रूस। Wagner Group: रूस में विद्रोह हो गया है। Russia-Ukraine War Live – प्राइवेट आर्मी वैगनर (Private Army Wagner) के विद्रोह के बाद राट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा- हम अपने देश को अंदरूनी विद्रोह से बचाएंगे। वैगनर ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। उन्होंने सेना को चुनौती दी है। प्राइवेट आर्मी ने देश की जनता को धोखा दिया है। हम हर हाल में नागरिकों की रक्षा करेंगे।
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, वैगनर ने रोस्तोव शहर और वहां मौजूद मिलिट्री हेडक्वार्टर पर कब्जे का दावा किया है। वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोजिन ने रूसी सेना के एक हेलिकॉप्टर को गिराने की बात भी कही है। इसके बाद मॉस्को हाई अलर्ट पर है। राजधानी को जोड़ने वाला हाईवे बंद कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें: पंजाब के मशहूर रैपर हनी सिंह को गैंगस्टरों ने दी जान से मारने की धमकी
रूसी मीडिया RT ने भी प्रिगोजिन के हवाले से कुछ वीडियो जारी किए हैं, जिसमें रोस्तोव की सड़कों और मिलिट्री हेडक्वार्टर के बाहर वैगनर के लड़ाके और बख्तरबंद गाड़ियां नजर आ रही हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, हालात को देखते हुए रोस्तोव के मेयर ने लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की है।
रूस ने शनिवार को वैगनर हेड प्रिगोजिन पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया। रॉयटर्स के मुताबिक, रूस और वैगनर के बीच तल्खी यूक्रेन के बाखमुत में प्राइवेट आर्मी के ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल अटैक के बाद शुरू हुई। इस हमलें में कई वैगनर लड़ाके मारे गए थे। प्रिगोजिन ने क्रेमलिन को इसका दोषी बताया था।
मातृभूमि के लिए मरने को तैयार – प्रिगोजिन
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिगोजिन ने कहा- हमारे पास 25 हजार लड़ाकों की फौज है। हमने अपना लक्ष्य तय कर रखा है और हम मरने के लिए भी तैयार हैं। हम अपनी मातृभूमि और रूसी नागरिकों के लिए खड़े हैं। उन्हें ऐसे लोगों से मुक्ति मिलनी चाहिए जो आम लोगों की हत्या कर रहे हैं।
अल-जजीरा के रिपोर्ट्स ने बताया कि मॉस्को की सड़कों पर बख्तरबंद गाड़ियां और रूस की सेना तैनात है। मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा- सुरक्षा को मजबूत करने के लिए आतंकवाद विरोधी उपाय किए जा रहे हैं। सार्वजनिक कार्यक्रमों को प्रतिबंधित किया जा सकता है। वोरोनिश और लिपेत्स्क क्षेत्रों में FSB (फेडरल सिक्योरिटी सर्विस) कार्यालयों को खाली कराया जा रहा है। वे रोस्तोव से मॉस्को जाने वाले रास्ते पर हैं।
BBC के मुताबिक, पुतिन विरोधी नेता मिखाइल खोदोरकोव्स्की ने रूसियों से वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोजिन का समर्थन करने की अपील की है। येवगनी ने मॉस्को के सैन्य नेतृत्व को मिटाने की कसम खाई है। मिखाइल ने कहा- अगर वैगनर ने क्रेमलिन पर कब्जा करने का फैसला किया है तो हमें जरूरत पड़ने पर उनके साथ लड़ना होगा। पुतिन से मतभेद के बाद प्रिगोजिन ने 10 साल जेल में बिताए हैं। अब उसने रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ एक्शन लेने का फैसला किया है। ये सिर्फ शुरुआत है।
ये भी पढ़ें: जालंधर के प्रमुख उद्योगपति पर युवती ने लगाए शारीरिक शोषण का आरोप
रॉयटर्स के मुताबिक, दो हफ्ते पहले ही रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे सभी प्राइवेट लड़ाकों की टुकड़ियों को रूस की सेना में शामिल होने के आदेश दिए गए थे। इसके लिए सभी प्राइवेट मिलिट्री से एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाने की बात भी कही गई थी।
तब रूस की सबसे बड़ी प्राइवेट मिलिट्री वैगनर ने ये समझौता करने से इनकार कर दिया था। वैगनर के मालिक प्रिगोजिन ने कहा था- हम रक्षा मंत्रालय के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। पिछले साल 30 अक्टूबर को UK के रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में प्रिगोजिन के हवाले से दावा किया गया था कि यूक्रेन की प्राइवेट आर्मी में एड्स और हेपेटाइटिस-C के मरीजों की भर्ती की जा रही है।
यूरोपीय अखबार यूक्रेइंस्का प्रावदा की रिपोर्ट में 100 से ज्यादा एड्स और हेपेटाइटिस बीमारी से पीड़ित कैदियों के प्राइवेट आर्मी में भर्ती होने की बात कही गई थी। द डेली बीस्ट ने भी अपनी इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में कहा था कि रूस में रेप के दोषी, समलैंगिक और संक्रामक रोगों से पीड़ित कैदियों को जबरन मोर्चे पर लड़ने के लिए भेजा जा रहा है।
क्या पुतिन का कुक था प्रिगोजिन
वैगनर ग्रुप के फाउंडर येवगेनी प्रिगोजिन को रूसी राष्ट्रपति पुतिन का रसोईया भी कहा जाता था। वे पहले एक रेस्तरां चलाते थे जहां पुतिन अक्सर खाने के लिए जाया करते थे। वे धीरे-धीरे पुतिन के करीबी सहयोगी बन गए। उन्हें रूसी सरकार से करोड़ों रुपए के कॉन्ट्रैक्ट मिलने लगे। येवगेनी ही वैगनर ग्रुप को फंड करते हैं। पहले वे इस ग्रुप से अपने संबंधों को नकारते थे, लेकिन 2022 में उन्होंने माना कि वे इससे जुड़े हुए हैं।