डेली संवाद, उदयपुर। Sexual Harassment: राजस्थान के उदयपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। उदयपुर में केंद्र सरकार के ईएसआई अस्पताल के डिप्टी डायरेक्टर और मेडिकल सुपरिटेंडेंट के खिलाफ एक महिला ने केस दर्ज करवाया है। महिला का कहना है कि नौकरी के नाम पर उसे सेक्सुअल हैरेस (उत्पीड़न) किया जा रहा है। डिप्टी डायरेक्टर जबरदस्ती वीडियो कॉल करता है। महिला ने मना किया तो कहा- वीडियो कॉल पर बात करनी होगी। वह यहीं नहीं रुका, एक दिन हाथ पकड़कर आई लव यू कह दिया।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया- डिप्टी डायरेक्टर ऑफिस खत्म होने के 5 बजे बाद भी रोकते हैं। कहते हैं कि तुम्हारा समय मैं तय करुंगा। जो मैं बोलता हूं। तुम्हें करना होगा। महिला ने यह सब बातें मेडिकल सुपरिटेंडेंट शर्मा को बताई तो उनका जवाब था कि क्या फर्क पड़ता है। महिला जयपुर से लेकर दिल्ली तक शिकायत कर चुकी है। पुलिस के पास भी शिकायत दर्ज करवाई। करीब 6 महीने तक महिला की शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिर अब एसपी ऑफिस के दखल के बाद मामला दर्ज किया गया है।
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सुखेर थाने में महिला ने ईएसआई हॉस्पिटल चित्रकूट नगर उदयपुर के डिप्टी डायरेक्टर भागचंद मीणा और ईएसआई हॉस्पिटल चित्रकूट नगर के ही मेडिकल सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार शर्मा के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। महिला ने रिपोर्ट में बताया- कर्मचारी राज्य बीमा निगम उदयपुर में एजेंसी के जरिए 25 अगस्त 2022 को एक पद की नियुक्ति के लिए डिप्टी डायरेक्टर ने फोन कर कार्यालय बुलाया। महिला ने जवाब देते हुए उस दिन नहीं आने की बात कही और बताया कि वह 26 अगस्त को आएगी।
26 अगस्त को महिला जब इंटरव्यू देने गई तो भागचंद ने इंटरव्यू लिया। कहा- जिस पद के लिए इंटरव्यू लिया, वहां नहीं, लेकिन दूसरे पद पर नियुक्त करता हूं। बाद में जिस पोस्ट के लिए इंटरव्यू लिया है, वहां लगा दूंगा। महिला को नौकरी की जरूरत थी तो उसने हामी भर दी। अगले दिन से जॉब शुरू हो गई।
तुम्हें ऑफिस के तरफ ही घर दिला देता हूं
रिपोर्ट में महिला ने बताया- 27 अगस्त को पहले दिन काम निपटा कर मैं घर पहुंची तो डिप्टी डायरेक्टर ने वीडियो कॉल किया। महिला ने आपत्ति जताते हुए कहा- ऐसा क्यों। उन्होंने कहा कि वीडियो कॉल पर बात करनी होगी। मुझे तुम्हारे घर की लोकेशन देखनी है। डिप्टी डायरेक्टर ने कहा- तुम्हारा घर बहुत छोटा है। मैं तुम्हें ऑफिस के तरफ ही घर दिला देता हूं। महिला ने कहा- मैं ठीक हूं। मेरे परिवार के साथ खुश हूं। महिला ने अगले दिन ऑफिस जाकर यह सारी बात मेडिकल सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार शर्मा को बताई। शर्मा ने जवाब में कहा- ऐसा कुछ नहीं है। तुम्हें सर बेटी की तरह मानते हैं।
रिपोर्ट में महिला ने कहा- डिप्टी डायरेक्टर मीणा आए दिन कहता था कि तुम सुंदर लग रही हो। तुम्हारी साड़ी सुंदर है। तुम अच्छी लगती हो। यहीं नहीं ऑफिस खत्म होने पर 5 बजे के बाद भी काम के बहाने रोक लेता था। मैं बोलती कि समय हो गया जाने दीजिए तो डिप्टी डायरेक्टर कहते थे कि तुम्हारा समय मैं तय करुंगा। जो मैं बोलता हूं, वह तुम्हें करना होगा। महिला ने यह सब बातें भी मेडिकल सुपरिटेंडेंट शर्मा को बताईं तो उनका जवाब था कि क्या फर्क पड़ता है।
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महिला ने रिपोर्ट में बताया- करवा चौथ के दिन डिप्टी डायरेक्टर ने एक अच्छी साड़ी और एक मंगल सूत्र दिलवाने का ऑफर दिया। मैंने मना कर दिया। उनकी बातों को नजर अंदाज करती रही। धनतेरस के दिन जब सभी लोग घर जा रहे थे तो डिप्टी डायरेक्टर ने यह कहकर रोका कि अभी कुछ काम है। मैं बैठी थी। डिप्टी डायरेक्टर ने आकर मुझे पकड़ लिया। मैंने झटका देकर भागने की कोशिश की तो साहब ने हाथ पकड़कर कहा- आई लव यू। मैं जैसे-तैसे भाग निकली।
दीपावली की छुट्टी के बाद महिला ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट शर्मा को पूरा वाकया बताया। उन्होंने कहा कि इसमें क्या है। तुम्हें सर स्थाई कर देंगे। महिला ने कहा- अब मुझे नौकरी नहीं करनी। महिला ने आरोप लगाया कि डिप्टी डायरेक्टर और मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने उसे व उसके पति को जान से मारने की धमकी दी।