डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम में दो एमटीपी और एटीपी समेत इंस्पैक्टरों की फौज भी अवैध निर्माण रोकने में नाकाम साबित हो रही है। अवैध रूप से कामर्शियल निर्माण को लेकर माफिया अफसरों पर हावी है। ऐसा ही एक निर्माण दानामंडी में कृष्णा नगर में किया जा रहा है।
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जालंधर में छत बदलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगाया जा रहा है। शहर में एक माफिया सक्रिय है, जो छत बदलवाने के नाम पर बगैर नक्शा, सीएलयू और एनओसी के ही दुकानें और कामर्शियल माल बना रहा है। जिस कामर्शियल निर्माण से सरकार को लाखों रुपए फीस आनी थी, उससे पहले अफसरों से मिलीभगत कर दो से चार हजार रुपए निगम खजाने में जमा करवाया जा रहा है।
आरटीआई एक्टिविस्ट रवि छाबड़ा ने दानामंडी कृष्णा नगर में अवैध रूप से बन रही 6 दुकानों की शिकायत नगर निगम के कमिश्नर अभिजीत कपलीश से की है। रवि छाबड़ा के मुताबिक कृष्णा नगर में अवैध रूप से 6 दुकानें बनाई जा रही है। इन दुकानों का न तो नक्शा पास है और न ही कोई सीएलयू करवाया गया है, जिससे नगर निगम को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
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रवि छाबड़ा ने बताया कि निगम कमिश्नर से शिकायत दी गई है। अगर इन दुकानों पर निगम टीम ने कार्रवाई नहीं की तो स्थानीय निकाय मंत्री और स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों से शिकायत की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग ब्रांच के कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से सरकार को लाखों रुपए का चपत लगाई जा रही है। उनके पास ढेरों सबूत हैं।