डेली संवाद, जालंधर। DIPS: दुनिया भर में से लैंगिक असमानता, नस्लवाद, जातिवाद को खत्म करने के लिए कार्यकर्ता के रूप में भूमिका अदा करने वाले नेल्सन मंडेला के जीवन से डिप्स स्कूल लक्खन के पड्डे में विद्यार्थियों को अवगत करवाया गया। विश्व नेल्सन मंडेला दिवस पर स्कूल में क्विज, पोस्टर मेकिंग, स्पीच आदि विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
इन गतिविधियो में बच्चों ने अपनी जानकारी के हुए नेल्सन मंडेला के जीवन से अपने दोस्तों सहपाठियो को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि नेल्सन मंडेला लोकतांत्रिक रूप से चुने गए दक्षिण अफ्रीका के पहले राष्ट्रपति थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन शांति और रंगभेद के खिलाफ समर्पित कर दिया था। सबसे पहले यह दिन 2010 में मनाया गया था।
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इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को गरीबी से लड़ने, सांस्कृतिक विविधता और दुनिया भर में शांति के लिए प्रोत्साहित करना है। टीचर्स ने बच्चों को बताया कि इस साल यह दिन विरासत के रूप में आपके माध्यम से जीवित रहता है। यह दिन "जलवायु, भोजन और एकजुटता" थीम पर मनाया गया।
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यह विषय उन लोगों के साथ एकजुटता से कार्य करने का आह्वान है जो जलवायु परिवर्तन और खाद्य असुरक्षा जैसी चुनौतियों से सबसे अधिक प्रभावित हैं। प्रिंसिपल सुषमा शर्मा ने बताया कि नेल्सन मंडेला पहले ऐसे विदेशी नागरिक है जिन्हें भारत रत्न के साथ सम्मानित किया गया था।
जिस तरह से उन्होंने लोगों में फैली हुई असमानता, मौलिक अधिकारों का उल्लघंन आदि के खिलाफ आवाज उठाई थी उसी एक बेहतर नागरिक बनते हुए हमे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं करना चाहिए, बेरोजगारी और भूखमरी को दूर और पर्यावरण का ध्यान रखने में मदद करनी चाहिए।