Islamic New Year: इस्लामिक कैलेंडर का नया साल शुरू, जानें इतिहास और महत्व

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़। Islamic New Year: इस्लामिक नववर्ष को हिजरी नववर्ष के नाम से भी जाना जाता है। यह वह दिन है जो इस्लामिक कैलेंडर के नए साल का प्रतीक है। इस्लामिक नव वर्ष का पहला दिन इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मुहर्रम के पहले दिन मनाया जाता है।

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इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के पोते इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत मुहर्रम के महीने में हुई थी। इसीलिए इस्लाम धर्म के अनुयायी दुख में मुहर्रम मनाते हैं। मुहर्रम के महीने में कई मुसलमान रोज़ा भी रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि मुहर्रम में रोजा रखने से 30 दिनों के बराबर सवाब मिलता है।

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इस साल भारत में मुहर्रम का महीना (Muharram Month) 20 जुलाई को शुरू होगा। कल शाम 18 जुलाई को चांद का दीदार नहीं हुआ। ऐसे में मरकजी चांद कमेटी द्वारा ऐलान किया गया है कि चांद नजर न आने के कारण मुहर्रम की तारीख 20 जुलाई मुकर्रर की गई है। वहीं यौम-ए-आशूरा (Youm e Ashura 2023 in India) 29 जुलाई शनिवार को मनाया जाएगा।

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