डेली संवाद, जालंधर। IKGPTU: शिक्षण संस्थानों का दायित्व अब स्टूडेंट्स को ओवरआल पर्सनालिटी डेवलपमेंट से है। यह कल की बात हो चुकी है कि शिक्षण संस्थान पढाई, उच्च स्तरीय नंबर दिलाने या नौकरी लगवाने तक सीमित थे। अब शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी स्टूडेंट्स को अच्छा नेतृत्व करने योग्य बनाना, बेहतर प्रशासक बनाना अधिक है।
नेशनल सर्विस स्कीम (एन.एस.एस) इसके लिए बेहद कारगर विषय है। एन.एस.एस व्यक्तित्व निख़ार में अहम भूमिका निभाती है। यह विचार आई.के.गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. सुशील मित्तल के हैं। कुलपति डा.मित्तल वीरवार को यूनिवर्सिटी के मुख्य परिसर में आयोजित एक दिवसीय एन.एस.एस ऑफिसर्स ओरिएंटेशन प्रोग्राम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
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प्रोग्राम में प्रदेश भर के कॉलेजों से एन.एस.एस ऑफिसर्स, वॉलंटियर्स पहुंचे। प्रोग्राम का आगाज़ शमा रौशन के साथ हुआ। कुलपति डा.मित्तल ने कहा कि समाज हित में कार्य करना ही जिम्मेदारी है। सर्विंग थे सोसाइटी पूरी ज़िन्दगी का मोटो (सन्देश) होना चाहिए। उन्होंने सभी एन.एस.एस ऑफिसर्स को स्टूडेंट्स में नेतृत्व की क्षमता भरने, उन्हें एन.एस.एस से जुड़ने को प्रेरित करने के लिए पर्सनल इंटरेक्शन एवं पर्सनल इन्वॉल्वमेंट से काम करने की सलाह दी।
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उन्होंने कहा कि इसे एक चैलेंज के तौर पर लें और जोश से आगे बढ़ें ताकि आप सभी बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाह कर पाएं। प्रोग्राम का आयोजन यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट वेलफेयर डिपार्टमेंट के नेतृत्व में एन.एस.एस विंग की तरफ से किया गया। इसमें एन.एस.एस डायरेक्टरेट चंडीगढ़ की रीजनल डायरेक्टर हरिंदर कौर, स्टेट लाइजन अफसर नेमीचंद विशेष तौर पर शामिल हुए।