डेली संवाद, नई दिल्ली/जालंधर कैंट। Amrit Bharat Station Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम की शुरुआत की। इसके तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास किया जाएगा। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “रेलवे में जितना काम हुआ है, वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं।”
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पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक पल के मौके पर कहा, “2030 तक भारत एक ऐसा देश होगा जिसकी रेलवे नेट ज़ीरो उत्सर्जन पर चलेगी। हमारा जोर भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने के साथ ही पर्यावरण फ्रेंडली बनाने पर भी है। जल्द भारत के शत प्रतिशत रेलवे ट्रैक इलैक्ट्रीफाइड होने जा रहे हैं। बिजली बनाने वाले रेलवे स्टेशनों का संख्या भी 1200 से ज्यादा हो गई है। हमारा लक्ष्य यही है कि आने वाले समय में सभी स्टेशन ग्रीन एनर्जी बनाए।”
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi lays the foundation stone to redevelop 508 railway stations across India under Amrit Bharat Station Scheme. pic.twitter.com/Uup2xzo20a
— ANI (@ANI) August 6, 2023
देशभर में रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास समारोह ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत होगा। इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री ने इस कदम की सराहना की और कहा कि यह परियोजना ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देगी और आराम के साथ-साथ सुविधा भी बढ़ाएगी।
25,000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाने वाला पुनर्विकास
पीएम मोदी ने कहा कि लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाने वाला पुनर्विकास देश में रेल बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “कल, 6 अगस्त, रेलवे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। सुबह 11 बजे, ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारत भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जाएगी।
#WATCH …रेलवे में जिस तरह से काम हुआ है, किसी भी प्रधानमंत्री का मन करेगा कि (वह) इनका जिक्र 15 अगस्त को लाल किले से करे। जब 15 अगस्त सामने है तो मन बहुत लालायित होता है कि उसी दिन इसकी चर्चा करूं। आज यह इतना विराट आयोजन हो रहा है कि देशे के कोने-कोने से लोग जुड़ें हैं कि मैं… pic.twitter.com/T18bGHeDzm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2023
लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से, पुनर्विकास हमारे देश में रेल बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। यह ‘जीवन जीने में आसानी’ को बढ़ावा देगा और आराम के साथ-साथ सुविधा भी बढ़ाएगा।” साथ ही, उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है कि स्टेशन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के अनुरूप हो।”
भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की सराहना करते हुए, पीएम मोदी ने अपने फेसबुक पेज पर कहा, “भारत के स्टेशन आधुनिक होने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।” यह देखते हुए कि रेलवे देश भर के लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है, उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है। अमृत भारत स्टेशन योजना देश भर में 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शुरू की गई थी।
#WATCH …2030 तक भारत एक ऐसा देश होगा जिसकी रेलवे नेट ज़ीरो उत्सर्जन पर चलेगी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/mAktx9zhn0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2023
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ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन शामिल हैं। इसके अलावा, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य कई राज्यों के कई स्टेशन शामिल हैं।
Tomorrow, 6th August, is a landmark day for the railways sector. At 11 AM, the foundation stone to redevelop 508 railway stations across India will be laid under the historic Amrit Bharat Station Scheme. At a cost of almost Rs. 25,000 crore, the redevelopment will revolutionize…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2023
पुनर्विकास यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-मोडल एकीकरण और अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करने के साथ-साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।