डेली संवाद, चंडीगढ़। Congress Working Committee: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी का सदस्य बनाया है। चन्नी विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर भारी पड़े हैं।
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चरणजीत सिंह चन्नी की वर्किंग कमेटी में एंट्री पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के स्थान पर हुई है। कैप्टन बतौर मुख्यमंत्री इस कमेटी का हिस्सा हुआ करते थे। जबकि अंबिका सोनी नियमित रूप से इस कमेटी का हिस्सा रही हैं। पंजाब में भले ही कांग्रेस की सरकार न हो और पार्टी मात्र 18 विधानसभा सीटों पर सिमट कर रह गई हो लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब के नेताओं का कद बढ़ा है।
राजस्थान का प्रभारी होने के नाते पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) का हिस्सा बनाया गया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी के प्रवक्ता रहे मनीष तिवारी को भी सीडब्ल्यूसी के स्थायी आमंत्रित सदस्य में रखा गया है। जी-23 का हिस्सा रहे मनीष तिवारी के पहले पार्टी के साथ संबंध बिगड़ गए थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसमें सुधार देखने को मिला है।
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कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 111 दिनों के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री बने चन्नी को कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनाव में पुन: मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया था। हालांकि, चुनाव से पहले ही ईडी ने चन्नी के भांजे को 12 करोड़ रुपये कैश के साथ गिरफ्तार किया था। वहीं, आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद विजिलेंस चन्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही है।
चन्नी के सीडब्ल्यूसी का सदस्य विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के लिए भी एक झटका माना जा रहा है। क्योंकि कैप्टन और सुनील जाखड़ के पार्टी छोड़ कर जाने के बाद बाजवा ही वर्तमान में सबसे वरिष्ठ नेता हैं। जानकारी के अनुसार, पहला ऐसा मौका है जब पंजाब के चार नेता कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य बने हैं।