डेली संवाद, चंडीगढ़। Pneumonia: निमोनिया (Pneumonia) फेफड़ों की एक खतरनाक बीमारी है जिससे हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। यह रोग फेफड़ों में संक्रमण के कारण होता है। हानिकारक बैक्टीरिया साँस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुँचते हैं और निमोनिया का कारण बनते हैं।
इस बीमारी में फेफड़े कमजोर हो जाते हैं और सांस लेने में दिक्कत होती है। समय पर इलाज न होने पर मरीज की जान जाने का खतरा भी रहता है। आमतौर पर माना जाता है कि निमोनिया के कीटाणु हवा के जरिए फेफड़ों में प्रवेश करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पानी भी निमोनिया का कारण बन सकता है।
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हाल ही में पोलैंड में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पीने के पानी के कारण लोग निमोनिया से पीड़ित हो रहे हैं। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। पोलैंड के कुछ क्षेत्रों की जल आपूर्ति में लीजियोनेला बैक्टीरिया पाए गए हैं। इस पानी को पीने से यह बैक्टीरिया लोगों के शरीर में प्रवेश कर रहा है। इससे लीजियोनिएरेस बीमारी हो रही है।
यह बीमारी निमोनिया का कारण बन रही है। पोलैंड में अब तक 100 से ज्यादा लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने लीजियोनिएरेस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। केंद्र ने कहा है कि अब तक 113 मरीजों में लीजियोनेला बैक्टीरिया पाया गया है।
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इनमें से 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इन सभी की उम्र 65 वर्ष से अधिक थी और इन्हें अन्य बीमारियाँ भी थीं। केंद्र के मुताबिक, अगर आप ठीक से सांस नहीं ले पा रहे हैं, सीने में दर्द है तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। केंद्र लोगों को सलाह देता है कि यदि उनके घर में हॉट टब या होम स्पा है, तो इसे नियमित रूप से सुखाना, साफ करना और कीटाणुरहित करना महत्वपूर्ण है।