डेली संवाद, जालंधर। GST Bill Scam: जालंधर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ होते हुए नोएडा तक पहुंची 14,000 करोड़ रुपए बोगस बिलिंग के मामले में जालंधर के टांडा रोड, धोगड़ी रोड़ औऱ लुधियाना के गिल रोड स्थित आधा दर्जन कारोबारी सैंट्रल जीएसटी टीम के रडार पर हैं। इनमें कुछ लोग पहले भी बोगस बिलिंग मामले में राउंडअप किए जा चुके हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण मामले को रफा दफा कर दिया गया था।
स्टेट जीएसटी टीम के कुछ अधिकारी भी सैंट्रल जीएसटी टीम के रडार पर हैं। क्योंकि स्टेट जीएसटी टीम के कुछ अधिकारी बोगस बिलिंग के इस पूरे खेल में मिले हुए हैं। जिससे राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार को 14,000 करोड़ रुपए का चूना लगा है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने साफ कहा है कि इसमें विभागीय अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी।
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आपको बता दें कि बीते माह सैंट्रल जीएसटी की टीम ने यूपी एसटीएफ की मदद से नोएडा में चल रहे बड़े स्तर पर बोगस बिलिंग के दफ्तर का भंडाफोड़ किया था। जांच में सामने आया कि करीब 14,000 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग की गई है। इसमें जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ और यूपी के कई कारोबारी शामिल हैं। मास्टर माइंड पंजाब के दो कारोबारी बताए गए हैं।
सैंट्रल जीएसटी और यूपी एसटीएफ को शक है कि पंजाब बैठे कुछ कारोबारियों के सीधे संबंध आतंकवादियों हैं। जो हवाला के जरिए पंजाब और यूपी से करोड़ों रुपए दुबई भेज रहे हैं। यही नहीं, टैरर फंडिंग के एंगल से भी जांच जारी है। क्योंकि यूपी एसटीएफ को शक है कि 14,000 करोड़ रुपए में कहीं न कहीं दुबई और पाकिस्तान कनैक्शन जरूर है।
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उधर, सैंट्रल जीएसटी व यूपी एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक जालंधर में टांडा रोड व धोगड़ी रोड के स्क्रैप कारोबारी इसमें शामिल हैं। उन्हें जो इनपुट मिला है, उनके मुताबिक पंकू और बंटी जैसे नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि यूपी एसटीएफ को यह नाम नहीं, बल्कि कोड लग रहे हैं।
अब तक हुई जांच में 1500 मोबाइल सिम के मैसेज, WhatsApp चैट व काल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। क्योंकि 14,000 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग में 1500 मोबाइल सिम यूज किए गए हैं। इसमें से ज्यादातर काल व मैसेज पंजाब में हुए हैं। सैंट्रल जीएसटी और यूपी एसटीएफ इन्हीं मैसेज के जरिए जांच को आगे बढ़ा रही है।