डेली संवाद, फिरजोपुर। (सुनील प्रभाकर) Punjab Politics: पंजाब सरकार द्वारा ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग के दो उच्चाधिकारियों को निलंबित करने का भाजपा ने कड़ा विरोध जताया है। भाजपा के केन्द्रीय विशेष आमंत्रित सदस्य व पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि सबसे पहले हाईकोर्ट के आदेशों पर राज्य की सभी पंचायतों के बहाल होने को लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत घोषित किया है।
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उन्होंने कहा कि यह सरकार के मुंह पर एक थप्पड़ की भांति है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार पहले केजरीवाल मॉडल के आधार पर गलत फैसले लेती है और फिर अदालतों की झाड़ के बाद उन्हें वापिस ले लेती है। राणा सोढ़ी ने कहा कि सच की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
सभी सरपंच और पंच बधाई के पात्र है। राणा सोढ़ी ने कहा कि सरकार द्वारा अपनी नाकामियों का ठिकरा डायरेक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत गुरप्रीत सिंह खैहरा और फाइनेंस कमिश्नर डी.के तिवारी पर फोडक़र एक बार फिर से गलत निर्णय लिया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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राणा ने कहा कि 3 अगस्त को अधिकारी गुरप्रीत खैहरा और 4 अगस्त को अधिकारी डी. के तिवारी के हस्ताक्षर करने के बाद 7 अगस्त को ट्रांस्पोर्ट व ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर हस्ताक्षर करते है और 8 अगस्त को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा मंजूरी देने के बाद 9 अगस्त को मंत्री लालजीत फाईनल मंजूरी देते है।
उन्होंने कहा कि सब कुछ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और मंत्री लालजीत भुल्लर के आदेशों पर हुआ तो फिर उच्चाधिकारियों को निलंबित करके सरकार अपनी साख बचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ऐसी औछी हरकते करके पंजाबियों को मूर्ख नहीं बना सकती।