डेली संवाद, चंडीगढ़। Green Consumer Day: स्थायी भविष्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी ने हरित उद्यमी दिवस (Green Consumer Day) पर एक प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के दौरान “शून्य अपशिष्ट-खानहुद की चुनौतियाँ” पर आयोजित मॉडल प्रतियोगिता विशेष रूप से आकर्षक था।
इस प्रतियोगिता में, लगभग 200 छात्रों ने अपने स्कूलों में अपनाई जा रही “शून्य- रहंद-खानहुद” के अभयासों को दर्शाने वाले मॉडल का प्रदर्शन किया। किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हमारे दैनिक जीवन में अपशिष्ट को कम करने के साथ-साथ रीसाइक्लिंग के बारे में जागरूकता पैदा करना था।
इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए साइंस सिटी निदेशक डॉ. राजेश ग्रोवर ने कहा कि शून्य अपशिष्ट एक ऐसा लक्ष्य है जो न केवल हमारी नैतिक जिम्मेदारी है बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रभावी है। अपने संबोधन के दौरान डाॅ. ग्रोवर ने बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, पुनर्स्थापन और व्यवस्थित रूप से बर्बादी को कम करने के उद्देश्य से उत्पादों और प्रक्रियाओं को डिजाइन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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उन्होंने कहा कि इस तरह के अभयासों को अपनाने से पृथ्वी, हवा और पानी से निकलने वाले सभी गंदे तत्व खत्म हो जाएंगे जो इंसानों, जानवरों और पृथ्वी के लिए हानिकारक हैं। इस अवसर पर डॉ. ग्रोवर ने स्कूली बच्चों को अपने घरों, स्कूलों में शून्य अपशिष्ट प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि ऐसे प्रयासों का हमारी पृथ्वी के रखरखाव में महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने छात्रों से टिकाऊ और गैर विषैले स्रोतों का उपयोग करने का आग्रह किया जो पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं और ऐसा करने से ऊर्जा के जीवाश्म स्रोतों पर निर्भरता कम की जा सकती है। इससे जहां ऊर्जा के स्रोतों में स्थिरता आएगी, वहीं ऊर्जा सुरक्षा और क्षमता में भी सुधार होगा। यह उपभोक्ताओं के लिए स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों तक पहुंच भी सुनिश्चित करेगा।
इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को धन्यवाद देते हुए डॉ. मुनीश सोइन ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल युवाओं की रचनात्मकता और समर्पण को प्रदर्शित करना है बल्कि हमें स्वच्छ, हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य के लिए हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाना भी है। उन्होंने कहा कि साइंस सिटी प्रत्येक आगंतुक को दैनिक जीवन में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए हमेशा प्रयासरत है।
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इस अवसर पर “शून्य अपशिष्ट-खानहुद की चुनौतियाँ ” पर आधारित प्रोजेक्ट मॉडल प्रतियोगिता में लॉर्ड कृष्णा स्कूल सुल्तानपुर लोधी के विद्यार्थियों की टीम ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि स्कूल ऑफ एमिनेंस सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कपूरथला दूसरे और डीएवी स्कूल ने पहला स्थान हासिल किया। इस प्रतियोगिता में कपूरथला तीसरे स्थान पर रहा।