डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम के अधिकारी शहर में हो रहे अवैध निर्माण रोक पाने में बुरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं। जिससे शहर के अंदरूरी इलाके में कामर्शियल निर्माण तेजी के साथ हो रहे हैं। शिकायत के बाद भी कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
ताजा मामला बस्ती अड्डा का है। यहां जसवंत अस्पताल के ऊपर कई मंजिल निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि उक्त कामर्शियल इमारत का नक्शा पास नहीं है और न ही किसी तरह की सीएलयू फीस जमा करवाई गई है। इसकी शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट रवि छाबड़ा ने नगर निगम के कमिश्नर ऋषिपाल सिंह से की है।
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शिकायतकर्ता रवि छाबड़ा के मुकाबित जसवंत अस्पताल की इमारत में अवैध रूप से कामर्शियल निर्माण किया जा रहा है। जिससे सरकार को लाखों रुपए का चूना लग रहा है, वहीं आसपास के घरों को खतरा पैदा हो गया है। इसकी शिकायत की गई है, अगर कार्ऱवाई न हुई तो स्थानीय निकाय मंत्री और मुख्यमंत्री दफ्तर में शिकायक की जाएगी।
हैरानी तो यह है कि नगर निगम के अधिकारी शिकायत पर एक्शन नहीं ले रहे हैं। इससे पहले नागरा स्थित शिव नगर रेलवे फाटक के पास अवैध कालोनी में लगातार अवैध निर्माण हो रहे हैं। इसकी शिकायत भी एमीटीपी और एटीपी से की हई है। इस अवैध कालोनी और अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
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नकोदर रोड पर खांबड़ा के पास अवैध बन गई दुकानों की शिकायत नगर निगम के कमिश्नर की थी, लेकिन अभी तक इन दुकानों पर कोई कार्ऱवाई नहीं की गई। यहां मालको गेट के पास एक के बाद कई दुकानें अवैध रूप से बनाई गई हैं। इसकी भी शिकायत निगम कमिश्नर के पास लंबित पड़ी है।
यही नहीं, आरटीआई एक्टिविस्ट रवि छाबड़ा ने जेडीए की मुख्य प्रशासक दीपशिखा शर्मा को शिकायत की है। इसमें वडाला रायल कालोनी में अवैध रूप से बिल्डर्स द्वारा 100 से ज्यादा कोठियां बनाई जा रही है। इन कोठियों का नक्शा पास नहीं करवाया गया है। न ही इसे लेकर किसी तरह की एनओसी ली गई है। जिससे सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है।