डेली संवाद, मुंबई। Pension System: पिछले साल के मुकाबले भारत में पेंशन प्रणाली में कुछ सुधार हुआ है। हालांकि, इसके बावजूद इस मामले में किए गए कुल 47 देशों में सेवानिवृत्ति आय व्यवस्था के विश्लेषण में भारत 45वें स्थान पर है।
भारत की रैंकिंग में हुआ सुधार
पंद्रहवें सालाना मर्सर सीएफए इंस्टीट्यूट ग्लोबल पेंशन इंडेक्स (Mercer CFA Institute Global Pension Index) (MCGPI) के अनुसार, भारत का कुल सूचकांक मूल्य 2022 में 44.5 से बढ़कर इस साल 45.9 हो गया। इस आधार पर विश्लेषण में शामिल 47 पेंशन प्रणालियों में भारत 45वें स्थान पर है।
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मुख्य रूप से पर्याप्त सेवानिवृत्ति आय और टिकाऊ व्यवस्था से संबद्ध उप-सूचकांकों में सुधार से रैंकिंग सुधरी है। नीदरलैंड का समग्र सूचकांक मूल्य (85.0) सबसे अधिक है। इसके बाद क्रमश: आइसलैंड (83.5) और डेनमार्क (81.3) का स्थान है।
अर्जेंटीना का सूचकांक मूल्य सबसे कम
वहीं, अर्जेंटीना का सूचकांक मूल्य सबसे कम (42.3) रहा। इस वर्ष, वैश्विक पेंशन सूचकांक के तहत दुनियाभर में 47 पेंशन प्रणाली का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। इन देशों में दुनिया की 64 प्रतिशत आबादी रहती है।
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वैश्विक पेंशन सूचकांक में पर्याप्त सेवानिवृत्ति आय, उसका टिकाऊ बने रहना तथा ईमानदार व्यवस्था जैसे उप-सूचकांकों के भारांश औसत का उपयोग किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सेवानिवृत्ति आय प्रणाली में कर्मचारी पेंशन योजना, कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) और नियोक्ता-प्रबंधित पेंशन योजनाएं शामिल हैं, जो योगदान आधारित है।