डेली संवाद, नई दिल्ली। Pension Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार महिलाओं, युवाओं, किसानों और वंचितों के सशक्तिकरण के साथ-साथ लोगों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना की शुरुआत साल 2021 में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने की थी।
बता दे कि इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को पेंशन प्रदान करना है। इस योजना के तहत लोगों को उनकी उम्र के हिसाब से पेंशन का लाभ दिया जाएगा। यह योजना मुख्य रूप से छोटे और सीमांत किसानों, भूमिहीन खेत मजदूरों, मछुआरों, पशुपालकों, चमड़े के कारीगरों, बुनकरों और सब्जी और फल विक्रेताओं को लाभान्वित करने में मदद करेगी।
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इस योजना के तहत 15,000 रुपये या उससे कम मासिक आय वाले श्रमिकों को शामिल किया जाएगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की मदद से केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। इसके तहत असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोग जिनकी मासिक आय 15 हजार रुपये से कम है, उन्हें 60 साल की उम्र के बाद न्यूनतम 3000 रुपये पेंशन दी जाएगी।
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इस योजना के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति किसी भी प्रकार से श्रमिक आयकर दाता नहीं होना चाहिए। इस योजना के लिए आवेदन करने के बाद आवेदक को मासिक प्रीमियम जमा करना होता है। यह प्रीमियम जमा भी उम्र के आधार पर किया जाएगा। 29 वर्ष की आयु वाले व्यक्ति को 100 रुपये प्रति माह और 40 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति को 200 रुपये प्रति माह प्रीमियम राशि के रूप में जमा करना होगा।