डेली संवाद, जालंधर। Canada India News: जालंधर में पुलिस और जिला प्रशासन ठग ट्रैवल एजैंटों पर किस कदर मेहरबान हैं, जिसका नमूना डीसी दफ्तर से महज चंद कदम दूर स्थित India to Abroad Immigration Consultant का खुला दफ्तर है। हैरानी की बात तो यह है कि इसके मालिक इशप्रीत सिंह के खिलाफ ठगी का मामला जालंधर में ही दर्ज है।
शास्त्री मार्केट को जाती रोड पर कमल पैलेस के पास India to Abroad Immigration Consultant के दफ्तर में आज उस समय जमकर हंगामा हुआ, जब ठगी का शिकार हुआ गुरदासपुर का गौरव अपना पैसा और पासपोर्ट मांगने दफ्तर पहुंचा।
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ठगी का शिकार हुए गौरव के साथ निहंग जत्थेबंदियां भी दफ्तर के सामने पहुंची थी। निहंग सिख और गौरव का आरोप है कि जब वे दफ्तर में अपना पासपोर्ट और पैसा मांगने पहुंचे तो उन्हें दफ्तर में अपशब्द कहा गया। इसके बाद मामला भड़क गया। निहंग सिख के साथ गौरव ने India to Abroad Immigration Consultant के दफ्तर के बाहर जमकर हंगामा किया।
कनाडा भेजने के नाम पर ठगे 40 हजार
पीड़ित गौरव के मुताबिक India to Abroad Immigration Consultant का एजैंट इशप्रीत सिंह ने कनाडा भेजने के नाम पर 40 हजार रुपए फीस, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज लिए थे। लेकिन इशप्रीत सिंह ने उसे कनाडा नहीं भेजा। इस दौरान गौरव कई बार अपने पैसे और पासपोर्ट वापस मांंगे, लेकिन इशप्रीत सिंह ने न तो पैसा लौटाया और न ही पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज वापस किए।
गौरव के मुताबिक आज वह निहंग सिख जत्थेबंदियों को लेकर India to Abroad Immigration Consultant के दफ्तर आया, जहां पहले उसे अपशब्द कहे गए, बाद में दफ्तर से बाहर कर दिया गया। इस पर पीड़ित गौरव ने पुलिस को शिकायत दी। मौके पर पुलिस पहुंची है और पूछताछ कर रही है।
इशप्रीत पर दर्ज है FIR
आपको बता दें कि India to Abroad Immigration Consultant के एजैंट इशप्रीत सिंह और इनकी पत्नी ज्योति के खिलाफ जालंधर में ठगी का एफआईआर दर्ज है। एक शिकायत पर डीसी विशेष सारंगल ने ज्योति के नाम से जारी किया गया Midwest Immigration के लाइसेंस को पिछले दिन कैैंसिल कर दिया है।
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जबकि ठगी के आरोप में दर्ज एफआईआर के बावजूद जिला प्रशासन के एमए ब्रांच ने इशप्रीत सिंह के लाइसेंस को रद्द नहीं किया। इशप्रीत सिंह ने डीसी दफ्तर से I2A के नाम पर लाइसेंस लिया था। हैरानी की बात तो यह है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद इशप्रीत सिंह ने I2A का लाइसेंस रिन्यू नहीं करवाया, बल्कि नया लाइसेंस हासिल कर लिया। जिससे एमए ब्रांच में बड़े स्तर पर धांधली हो रही है।
इस संबंध में India to Abroad Immigration Consultant के एजैंट इशप्रीत सिंह से पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। अगर India to Abroad Immigration Consultant की तरफ से कोई पक्ष रखा जाता है, तो उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।