डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में पिछले वर्ष 2022 की तुलना में 7.6 प्रतिशत और 2021 की तुलना में 22.8 प्रतिशत की कमी देखी गई है। आज यहां एक प्रेस बयान में इस संबंधी जानकारी देते हुए पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सीएम मान के निर्देशों के अनुसार वास्तविक समय के आधार पर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, खन्ना, मंडी गोबिंदगढ़ और पटियाला पीपीसीबी ने छह शहरों में सतत परिवेश वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन स्थापित किए हैं।
पिछले वर्ष 2022 और 2021 की दिवाली के दिनों की तुलना में 2023 की दिवाली के दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक के तुलनात्मक स्तर में सुधार हुआ है। यह डेटा दिवाली के दिन सुबह 7.00 बजे से दिवाली के अगले दिन सुबह 6.00 बजे तक के आंकड़ों पर आधारित हैं। मंत्री ने कहा कि पंजाब के पांच शहरों अमृतसर, लुधियाना, खन्ना, मंडी गोबिंदगढ़ और पटियाला के वायु गुणवत्ता सूचकांक में पिछले दो साल की दिवाली के दिनों 2022 और 2021 की तुलना में इस साल दिवाली (2023) के दौरान कमी देखी गई है।
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इस दिवाली पंजाब के वायु गुणवत्ता सूचकांक 207 था (जोकि मध्यम श्रेणी के लिए अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से थोड़ा अधिक है) जबकि 2022 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 224 और 2021 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 268 था।
मीत हेयर ने कहा कि इस साल अमृतसर में अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक 235 दर्ज किया गया था। इसके अलावा पिछले साल अमृतसर में वायु गुणवत्ता सूचकांक अधिकतम 262 देखा गया था। हालाँकि, 2021 में वायु गुणवत्ता सूचकांक का अधिकतम 327 जालंधर में देखा गया। इस वर्ष न्यूनतम वायु गुणवत्ता सूचकांक 153 मंडी गोबिंदगढ़ में दर्ज किया गया।
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जहां पिछले वर्ष का वायु गुणवत्ता सूचकांक 188 था, जबकि 2021 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 220 था। इस वर्ष वायु गुणवत्ता सूचकांक में सबसे अधिक कमी मंडी गोबिंदगढ़ (18.6प्रतिशत) में देखी गई। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिवाली के त्योहार के जश्न के लिए पटाखे फोडऩे और हरित पटाखों के उपयोग के लिए निर्धारित अवधि के संबंध में जारी की गई एडवाईजरी का पालन करने के लिए पंजाब राज्य के लोगों को धन्यवाद देता है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले साल 2022 और 2021 की तुलना में वायु गुणवत्ता में समग्र रूप से सुधार हुआ है।