डेली संवाद, नई दिल्ली। Menstrual Paid Leave: बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर चर्चा में आ गई है। इस बार वह पीरियड में दर्द की छुट्टी यानी पीरियड लीव मिलनी चाहिए या नहीं इस सवाल को लेकर चर्चा में आई है।
दरअसल महिलाओं को पेड पीरियड लीव यानी मासिक धर्म के दौरान छुट्टी मिलनी चाहिए या नहीं, इस पर संसद में कल सवाल पूछा गया। इस सवाल का जबाव देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है।
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स्मृति ईरानी ने कहा कि वह मासिक धर्म को एक महिला की जिंदगी का स्वाभाविक हिस्सा मानती हैं, यह कोई विकलांगता नहीं है। इस तरह उन्होंने संकेत दिया कि मासिक धर्म को दौरान महिलाओं को छुट्टी देने की किसी पॉलिसी की जरूरत नहीं है।
माहवारी कोई विकलांगता नहीं
स्मृति इरानी ने कहा, ‘माहवारी वाली महिला होने के नाते मैं कह सकती हूं माहवारी और उसका चक्र कोई विकलांगता नहीं है। यह महिला की जीवन यात्रा का स्वाभाविक अंग है। चूंकि आज महिलाएं अधिक से अधिक आर्थिक मौकों की तलाश कर रही हैं, मैं इस पर अपनी व्यक्तिगत राय रखना चाहूंगी।’
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ईरानी ने कहा है कि अगर महिलाओं को पीरियड के दौरान छुट्टी दी गई तो इससे महिलाओं के प्रति भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि मासिक धर्म को लेकर जो हाइजीन की बहस है, उसकी अहमियत को स्मृति ईरानी ने स्वीकार किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किए गए एक मसौदे का भी जिक्र किया।