ओटावा। Canada News, Why Canada is a Great Place to Live for People: कनाडा और भारत के तल्ख रिश्ते के बीच दुनिया भर से यही सवाल हो रहा है कि आखिर कनाडा में लोग क्यों बसना चाहते हैं? दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जो कनाडा से बेहतर खूबसूरत हैं, लेकिन खासकर पंजाब और गुजरात के लोग कनाडा ही क्यों जाकर बसना चाहते हैं?
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आईए इस आर्टिकल में हम जानते हैं कि कनाडा में ऐसा क्या है कि पंजाब और गुजरात के लोग खिंचे चले जाते हैं। कनाडा में आकर रहने का सबसे आकर्षक कारण है यहां की लाइफ क्वालिटी। यानी कनाडा में जीवन की गुणवत्ता का शानदार होना। बेहतर जिंदगी जीने के लिए कनाडा सबसे बेहतर जगह है।
दुनिया का तीसरा सबसे खूबसूरत देश है कनाडा
अमेरिका की यूएस न्यूज बेस्ट कंट्री रैंकिंग के मुताबिक क्वालिटी ऑफ लाइफ के लिहाज से कनाडा दुनिया में (स्वीडन और डेनमार्क के बाद) तीसरे स्थान पर है। आर्थिक स्थायित्व, वेतन समानता, सुरक्षा, अच्छी सुरक्षा जैसे कई कारण हैं जो यहां जीवन की गुणवत्ता को शानदार बनाते हैं।
कनाडा दुनिया के बाकी देशों के लोगों के लिए आकर्षक है तो उसका एक बड़ा कारण यहां के रोजगार की संभावनाएं और यहां का नौकरी का बाजार है। यहां की बरोजगारी दर केवल 5% है। यहां उद्योगों के अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, इंजीनियरिंग, निर्माण, कृषि आदि कई क्षेत्रों में श्रमिकों की भारी कमी है। नए लोगों के लिए यहां रोजगार आसान नहीं है, पर उनके लिए भी संभावनाएं कायम रहत हैं।
कनाडा में लोक स्वास्थ्य सेवा का क्षेत्र बढ़िया
कनाडा में लोक स्वास्थ्य सेवा का क्षेत्र बहुत पसंद किया जाता है। सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य में बहुत अधिक खर्च करती है और इसके लिए वह खूब टैक्स भी वसूलती है। लोग भी यहां टैक्स देने से कतराते नहीं हैं। यहां पब्लिक फंडिंग वाले हेल्थकेयर प्लान बहुत पंसद किए जाते हैं। इनमें वर्क पर्मिट धारकों से लेकर अंतरराष्ट्रीय छात्रों तक को शामिल किया जाता है।
कनाडा में शिक्षा की सुविधा भी कई लोगों को बहुत आकर्षित करती है। यहां की शिक्षा पद्धति की बहुत ही बढ़िया स्तर की मानी जाती है। पब्लिक स्कूल 5 से 18 साल तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देते हैं। इतना ही नहीं कनाडा अपनी उच्च शिक्षा के लिए भी मशहूर है। यहां दुनिया भर लोग उच्च शिक्षा के लिए आते हैं।
कनाडा की मिलीजुली संस्कृित
कनाडा में दुनिया के बहुत सारे देशों के लोग रहते हैं। इसलिए यहां की संस्कृति वास्तव में मिली जुली संस्कृति है। इससे यहां बाहर के लोगों को रहने में आसानी होती है। विदेशियों के आने से कनाडा के लोगों को परेशानी नहीं होती हैं। यहां कई देश, भाषाओं के लोग रहते हैं। यहां की आबादी का 23 फीसदी हिस्सा प्रवासियों का है।
कनाडा अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए जाना जाता है। यहां के लोग शांति पसंद करते हैं। कनाडा दुनिया का सातवां सबसे सुरक्षित देश माना जाता है। यहां हिंसक अपराध की घटनाएं बहुत कम देखने को मिलती है। कनाडा में ऐसे शरणार्थियों को भी जगह मिल जाती है जहां अपने देश से निकाल दिया जाता है।
कनाडा की सिटीजनशिप लेना आसान
कनाडा ऐसा देश है जहां नागरिकता पाना बहुत आसान है। यहां नागरिकता हासिल करने के नियम आसान और स्पष्ट हैं। जहां दूसरे देशों में प्रतिबंध की शर्तों का पुलिंदा होता है, कनाडा में ऐसा नहीं है और ना ही नागरिकता के लिए ज्यादा इंतजार करना होता है।
कनाडा में प्राकृतिक सौंदर्य बहुत ही बढ़िया है। यहां के पथरीले पर्वत लोगों को शानदार नजारा देते हैं। यहां जनसंख्या कम होती है और इस वजह से यहां का प्राकृतिक सौंदर्य इंसानी दखल से मुक्त है। यहां पर्वतों के बीच मौजूद झीलें अपनी खूबसूरती के लिए बहुत मशहूर हैं।
कनाडा को मिनी पंजाब भी कहते हैं
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कनाडा को मिनी पंजाब भी लोग कहने लगे हैं। क्योंकि पंजाब से सबसे ज्यादा युवा कनाडा ही जाते हैं, इसकी सबसे बड़ी वजह कनाडा की उदार नीतियां हैं। यहां की नागरिकता लेना सबसे ज्यादा आसान है। कनाडा में कैलगरी ब्रैप्टन, वैंकोवर जैसे 20 से ज्यादा शहर ऐसे हैं जहां हर चौथा शख्स पंजाबी है।
यहां के नागरिकता नियमों की बात करें तो कनाडा में पांच साल तक अप्रवासी के तौर पर रहने वाला शख्स वहां की नागरिकता के लिए अप्लाई कर सकता है, इस अवधि में उसे कम से कम तीन साल तक लगातार देश में रहना होगा।
पंजाब के 80% युवा जाना चाहते हैं कनाडा
पंजाब में विदेश जाने की चाहत रखने वाले 80% युवा कनाडा ही जाना चाहते हैं। ओवरसीज स्टडी की एसोसिएशन ऑफ कंसल्टेंट की एक साल पहले जारी रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के 75% अभिभावक भी चाहते हैं कि उनके बच्चे विदेश में जाकर ही पढ़ें।
इसका सबसे बड़ा कारण पंजाब में बढ़ रही बेरोजगारी और नशे की लत को माना गया है। ये पैरेंट्स मानते हैं कि यदि बच्चा पंजाब में रुका तो वह नशे की लत का शिकार हो सकता है। पढ़ाई के लिए विदेश जाने की बात करें तो देश में पंजाब दूसरे नंबर पर है, इस मामले में सबसे आगे चंडीगढ़ है, जिसमें प्रति लाख आबादी पर तकरीबन 10150 लोग विदेश में है।
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पंजाब में प्रति लाख आबादी पर यह आंकड़ा 859 और दिल्ली में 825 है। यदि उस राज्य की बात करें जिससे सबसे कम युवा विदेश पलायन कर रहे हैं तो उनमें त्रिपुरा का नंबर सबसे पहले आता है, जहां प्रति लाख आबादी पर महज 11 युवा ही विदेश गए हैं। इसके बाद बिहार का नंबर है जहां ये आंकड़ा 13 हो जाता है।