डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के किसानों ने बड़ा ऐलान किया है। किसानों ने कहा है कि वे गन्ना मूल्य के बकाया न मिलने से रेलवे ट्रैक पर धरना देंगे। किसानों के इस ऐलान से पंजाब में एक बार से किसान रेलवे ट्रैक पर बैठने जा रहे हैं, जिससे आने वाले दिनों में रेल सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
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पंजाब के किसानों के मुताबिक शुगर मिल की ओर बकाया रहती करीब 17 करोड़ रुपए की राशि दिलाने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में गन्ना काश्तकार संघर्ष कमेटी ने अपनी मांगें पूरी होती न देख कर आज एक मीटिंग करके 27 दिसम्बर से रेलवे ट्रेक रोकने का ऐलान किया है।
सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही
इस मौके संघर्ष कमेटी के कन्वीनर हरजीत सिंह बुगरां ने कहा कि किसान उक्त मामले को लेकर लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे है, लेकिन मामला वहीं का वहीं खड़ा है। उन्होंने कहा कि हर बार प्रशासन द्वारा हमारे संघर्ष को झूठे वायदों से टाला जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने वायदों पर खरा नही उतर रहा है तथा उसका रवैया शुरू से ही टाल मटोल का रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक पिछले वायदे के बाद महज 2 ट्रालियां ही गन्ने की उतारी गई है।
गन्ना का बकाया नहीं दे रही शुगर मिल
उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र मिल को पक्के तौर पर बंद करवाने पर तुला है, जबकि मीटिंग में प्रशासन द्वारा उन्हें मिल को चलाने हेतू लिखित में देने तथा गन्ने की नई बिजाई हेतू प्रयास करने का भरोसा दिलाया गया था।
रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे किसान
किसानों ने कहा कि उक्त हालातों के मद्देनजर आज समूह किसान संगठनों द्वारा मीटिंग करके 27 दिसम्बर से रेलवे ट्रैक रोकने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार किसानों का सारा गन्ना नही खरीद लेती या फिर लिखित में आश्वासन नही देती, तब तक रेलवे ट्रैक को रोक कर रखा जाएगा।
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उन्होंने समूह किसान संगठनों से भी अपील की कि यह लड़ाई महज गन्ना किसानों की नही है, अपितु यह लड़ाई किसानी हितों पर डाका मारने के खिलाफ है। इसलिए इकट्ठे होकर इसके खिलाफ संघर्ष करने की आवश्यकता है। इस मौके विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं के इलावा बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।