सरे (ब्रिटिश कोलंबिया)। Canada News: कनाडा में एक बार फिर से हिन्दू कारोबारी और मंदिर के प्रधान के घर पर हमला किया गया है। हमले में मंदिर के प्रधान के बेटे को कई गोलियां लगी हैं। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार के बड़े बेटे के घर पर खालिस्तानियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई।
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मीडिया खबरों के अनुसार, इस दौरान घर पर 11 से 14 राउंड फायरिंग हुई है। सरे रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के एक बयान के मुताबिक, जिस बिजनेसमैन के घर गोलियां चली है वह सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार के बड़े बेटे का है।
घर पर 11 से 14 राउंड गोलियां चलाई गई
सतीश कुमार ने मीडिया को बताया कि उनके घर पर 11 से 14 राउंड गोलियां चलाई गई हैं। आपको बता दें कि पिछले महीने लक्ष्मी नारायण मंदिर में खालिस्तान समर्थक लोगों ने हिंदू को परेशान किया था। दरअसल मंदिर में भारतीय दूतावास के अधिकारी आए हुए थे तब सिख फॉर जस्टिस के समर्थकों ने वहां हंगामा खड़ा किया था।
प्रधान के बड़े बेटे के घर गोलीबारी हुई
उस समय मंदिर के प्रमुख सतीश कुमार ने कहा था कि खालिस्तानी समर्थक 25 की संख्या में थे और हिंदू मंदिर में 200 लोग थे, इसलिए हंगामा शांत करा दिया गया। इस घटना के एक महीने बाद सतीश कुमार के बड़े बेटे के घर गोलीबारी हुई है। इस हमले में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी पुलिस
गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद पुलिस कई घंटों तक घटनास्थल पर रही और घटनास्थल का मुआएना करती रही। उन्होंने गवाहों से बात की, सीसीटीवी फुटेज देखे। आस-पड़ोस में छापेमारी लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं मिली। अब सरे की आरसीएमपी जनपल इन्वेस्टिगेशन यूनिट ने जांच को अपने हाथ में ले लिया है और अधिकारी हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।
खालिस्तानी आतंकी कनाडा में सक्रिय
आपको बता दें कि कनाडा में सक्रिय खालिस्तानी तत्वों के कारण हिंदू मंदिर पर हमले की घटनाएं अब तक कई बार सामने आ चुकी है। जिस मंदिर के अध्ययक्ष के बेटे के घर यह हमला हुआ है, उससे पहले उस मंदिर को भी खालिस्तानी निशाना बना चुके हैं।
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उस समय लक्ष्मी नारायण मंदिर में भारत विरोधी पेंटिंग की गई थी। वहीं बाहर खड़े होकर नारेबाजी भी हुई थी। इसी तरह टोरंटो में भी मंदिर के भीतर तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी। इसके अलावा ब्रैम्पटन में भी एक प्रमुख हिंदू मंदिर में काफी तोड़फोड़ हुई थी।






