टोरंटो। Canada Visa, Study in Canada, Why have the difficulties of Indian students increased in Canada: कनाडा में पढ़ाई के लिए आने वाले भारतीयों छात्रों के लिए नए साल से कई तरह के नई परेशानी हो रही है। खासकर जीआईसी को बढ़ाने से दिक्कत दोगुना हुई है। कनाडा ने भारतीय छात्रों के लिए गारंटीड इन्वेस्टमेंट सर्टिफिकेट (GIC) लिमिट के साथ-साथ उनके भारतीय अकाउंट में जमा रखने वाली रकम लगभग दोगुनी कर दी है।
ये भी पढ़ें: डंकी रूट से विदेश जाने का है प्लान, तो ये स्टोरी पढ़कर कांप जाएगी रूह
अमेरिका स्टडी के लिए महंगा है, वहां कई तरह के डाक्यूमेंट भी मांगे जाते हैं, जबकि कनाडा में स्टडी सस्ती और प्रक्रिया सरल है। यही कारण है कि भारतीय खासकर पंजाब के लोग कनाडा स्टडी के लिए जाते हैं। यही नहीं कनाडा में कम फीस और अन्य सरकारी सुविधाएं भी बेहतर है।

भारतीय छात्रों को लगभग दोगुना खर्च करना होगा
इस सबके बीच इस साल एक जनवरी से भारतीय छात्रों के लिए कनाडा में पढ़ना मुश्किल हो गया है। कनाडा ने भारतीय छात्रों के लिए गारंटीड इन्वेस्टमेंट सर्टिफिकेट (GIC) लिमिट के साथ-साथ उनके भारतीय अकाउंट में जमा रखने वाली रकम लगभग दोगुनी कर दी है। GIC के तहत एक साल तक छात्रों को अपने रहने का खर्च कवर करने की गारंटी देनी होती है।
कनाडा सरकार द्वारा नए नियम बनाए जाने के बाद कनाडा पढ़ने के लिए भारतीय छात्रों को लगभग दोगुना खर्च करना होगा। वहीं, कनाडा ने अपने यहां पहले से रह रहे छात्रों का डिपॉजिट तो नहीं बढ़ाया है, लेकिन बेतहाशा बढ़ता रूम रेंट मुसीबतें बढ़ा रहा है।

कनाडा में GIC लिमिट जान लें
कनाडा सरकार ने भारतीय छात्रों पर नए साल से अतिरिक्त फीस थोपा है। GIC के तहत पहले भारतीय छात्रों को कनाडा के अपने बैंक अकाउंट में 16 लाख रुपये जमा करने होते थे। एक जनवरी, 2024 से यह रकम 25 लाख रुपये कर दी गई है, यानी पहले से 9 लाख रुपये ज़्यादा।
इसी तरह से छात्रों को अपने भारतीय बैंक खाते में 20,635 कैनेडियन डॉलर यानी लगभग 12.95 लाख रुपये जमा दिखाने होंगे। इस रकम में वहां की ट्यूशन फीस और रहने-खाने का खर्च शामिल नहीं है। नए आने वाले स्टूडेंट्स की ट्यूशन फीस में भी लगभग दोगुने की बढ़ोतरी हुई है।

ट्यूशन फीस की सब्सिडी कम की
कनाडा के अलग-अलग शहरों में पढ़ने वाले कुछ भारतीय छात्रों का कहना है कि कनाडा सरकार उनकी ट्यूशन फीस पर जो सब्सिडी देती थी, वो भी कम कर दी है। जाहिर है कि कनाडा जाने वाले छात्रों पर इसका बड़ा असर पड़ने जा रहा है।
पंजाब के जालंधर के इमीग्रेशन कंसल्टैंट बताते हैं कि GIC लिमिट बढ़ी है तो इसका ज़्यादा असर उन पर पड़ेगा, जो 4 साल की डिग्री का खर्च नहीं उठा सकते। असर उन स्टूडेंट्स पर भी काफी पड़ने जा रहा है, जो पंजाब से वहां साल भर के डिप्लोमा कोर्स में अप्लाई करते हैं, ताकि फुल टाइम नौकरी पा सकें।

कनाडा के आंकडे चौंकाने वाले
अप्लाई बोर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 के जुलाई से अक्टूबर तक 1,46,000 इंडियन स्टूडेंट्स ने स्टडी वीजा के लिए अप्लाई किया था। लेकिन, इसी अवधि में 87,000 से भी कम भारतीय छात्रों को कनाडा में स्टडी परमिट मिला। यानी सीधे साठ हजार स्टूडेंट्स कम हो गए।
ये भी पढ़ें: जालंधर के Board to Abroad के ट्रेवल एजैंट पर महिला ने लगाए सनसनीखेज आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक यह संख्या 2022 के मुक़ाबले 41 फ़ीसदी कम है। IRCC यानी इमीग्रेशन, रेफ्यूजीस एंड सिटिजनशिप कनाडा के मुताबिक, 2022 में 3 लाख 63 हज़ार 541 भारतीय छात्रों ने अप्लाई किया था, तो अक्टूबर 2023 तक 2 लाख 61 हज़ार 310 भारतीय छात्रों ने आवेदन किया।
नीटू शटरांवाला है तीसरी फेल, Great Khali ने पीटा, देखें






