डेली संवाद चंडीगढ़ Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करना नशों के विरुद्ध राज्य सरकार की लड़ाई में सबसे कारगर हथियार साबित हो सकता है।
यहाँ म्यूनिसिपल भवन में एशियाई और राष्ट्रीय खेलों के 168 पदक विजेताओं को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम बाँटने के लिए करवाए गए समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने से नौजवानों की अप्रयुक्त ऊर्जा खेलों में अच्छी कारगुज़ारी दिखाने की ओर इस्तेमाल की जा रही है।
पंजाब से नशों के श्राप से मुक्ति का रास्ता साफ होगा
उन्होंने कहा कि खेलों में शामिल नौजवानों के पास नशों की ओर देखने के लिए समय ही नहीं बचता क्योंकि उनका सारा ध्यान अपने-अपने क्षेत्रों में बढिय़ा प्रदर्शन करने की तरफ होता है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि इससे पंजाब से नशों के श्राप से मुक्ति का रास्ता साफ होगा और नौजवान पंजाब के सामाजिक- आर्थिक विकास में बराबर के हिस्सेदार बन रहे हैं।
सरकार एक-एक पैसा सोच-समझ कर ख़र्च कर रही
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की तरक्की और लोगों की भलाई के लिए एक-एक पैसा बहुत सोच-समझ कर ख़र्च कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के पैसों की चोरी को प्रभावशाली ढंग से रोका है और अब यह पैसा आम आदमी की भलाई के लिए खर्चा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार का एकमात्र मंतव्य पंजाब की तरक्की और ख़ुशहाली को सुनिश्चित बनाना है।
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खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने लिए सभी खिलाडिय़ों को मुबारकबाद देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इस समारोह के लिए यहाँ सभी खिलाड़ी एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सपना सच होने की तरह है क्योंकि अब पंजाब में खुशियाँ-प्रसन्नता वाले समारोह करवाए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस हफ्ते ऐसे समारोह पंजाब भर में करवाए जा रहे हैं और वह राज्य का नेतृत्व कर अपने-आप को खुशकिस्मत मानते हैं।
खिलाडिय़ों ने सख़्त मेहनत की
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाडिय़ों ने इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सख़्त मेहनत की है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने साबित कर दिया है कि मौका मिलने पर वह अपनी पूरी मेहनत और दृढ़ इरादे से कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबी जन्म से ही उद्यमी स्वभाव के हैं, जिसकी वजह से पंजाबियों ने दुनिया भर में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है।
लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे
विरोधियों की बेतुकी बयानबाज़ी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेक पंजाब को बचाना चाहता है परन्तु यह बताओ कि राज्य को किसने बर्बाद किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल 20 महीने पहले ही कार्यभार संभाला है परन्तु यह लोग और परिवार लम्बे समय से पंजाब में शासन कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी और राज्य को बेरहमी से लूटा है, परन्तु अब वह ऐसे बयानों के द्वारा लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नेता हमेशा शेखी मारते हैं कि वह ‘हाई कमांड’ के अपने तथाकथित नेताओं के कोटे में से हैं परन्तु वास्तव में वह ( मुख्यमंत्री) पंजाबियों के कोटे में से राज्य के प्रमुख के तौर पर चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा एक-एक कदम लोगों की भलाई और राज्य के विकास के मंतव्य से उठाया जा रहा है और इससे कभी भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे कार्य शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों के दिखाए गए मार्ग के मुताबिक हैं, जिन्होंने हमेशा राज्य के लोगों की भलाई के लिए अथक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने आम आदमी की भलाई के लिए बेमिसाल पहलें की हैं और राज्य में सडक़ हादसों में मृत्यु दर घटाने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाया गया है और इसके लिए राज्य सरकार ने सडक़ सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की है।
पुलिस कर्मचारियों से काम का बोझ भी घटेगा
उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह की पहली विशेष फोर्स पंजाब में सडक़ हादसों में रोज़ाना जा रही कीमती जानें बचाने के लिए अहम साबित होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस फोर्स को खऱाब ड्राइविंग रोकने, सडक़ों पर वाहनों की गतिविधि को सुचारू बनाने और सडक़ हादसों पर रोक लगाने का कार्य सौंपा गया है। इससे थानों में तैनात पुलिस कर्मचारियों से काम का बोझ भी घटेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पड़ाव में इस विशेष फोर्स में 1300 कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि मूलभूत तौर पर आधुनिक उपकरणों से लैस 144 वाहनों को सडक़ के हरेक 30 किलोमीटर के दायरे में तैनात किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन वाहनों में ज़रूरत पडऩे पर किसी मरीज़ को इमरजैंसी इलाज देने के लिए मुकम्मल मेडिकल किट होगी। इससे सालाना 2500 से अधिक कीमती जानें बचेंगी।