नई दिल्ली। Google: Google अपने कस्टमर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस देने के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है। हाल ही में कंपनी ने अपने कस्टमर्स के लिए अपने एआई चैटबॉट Gemini को अपग्रेड किया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा ले सकें। हालांकि इसी के साथ कंपनी ने स्मार्टफोन ऐप्स में AI के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है।
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Google ने एंड्रॉइड और iPhone के लिए AI से जुड़ी संभावित सुरक्षा और गोपनीयता जोखिमों के संबंध चेतावनी जारी की है। कंपनी के जेमिनी ऐप प्राइवेसी हब ब्लॉग में बताया गया है कि कस्टमर्स जेमिनी ऐप्स पर किसी भी बातचीत के दौरान अपनी गोपनीय जानकारी साझा करने से मना किया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
AI पर साझा न करें गोपनीय जानकारी
कंपनी ने कहा कि जेमिनी ऐप्स एक सुपरचार्ज्ड Google Assistant के समान हैं।इसलिए कृपया अपनी बातचीत में गोपनीय जानकारी या कोई भी डेटा दर्ज न करें जिसे आप नहीं चाहेंगे कि कोई समीक्षक देखे या Google अपने उत्पादों, सेवाओं और मशीन-लर्निंग तकनीकी को बेहतर बनाने के लिए उपयोग करे।
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Google ने कस्टमर्स को यह भी बताया कि अपनी पर्सनल जानकारी क्यों बचना चाहिए। कंपनी ने कहा कि एक बार किसी भी बातचीत की समीक्षा करने के बाद, आपके द्वारा जेमिनी ऐप्स एक्टिविटी को हटाने के बाद भी उन्हें एक निश्चित अवधि के लिए नहीं हटाया जाता है।
एक्टिविटी ऑफ होने पर भी सेव रहता है डेटा
- गूगल ने आगे बताया कि अगर आप जेमिनी ऐप्स एक्टिविटी बंद कर देते है, फिर भी आपकी बातचीत अकाउंट में 72 घंटों तक सेव रहेगी।
- इससे Google इस्तेमाल कर सकता है और किसी भी फीडबैक को प्रोसेस कर सकता है। हालांकि यह गतिविधि आपकी जेमिनी ऐप्स गतिविधि में दिखाई नहीं देगी।
- इसके अलावा ये चैटबॉट वॉइस के साथ एक्टिवेट किया जा सकता है, तब भी जब आपका इरादा न दें।