डेली संवाद, शंभू बार्डर (पंजाब)। Bharat Bandh Today LIVE: केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट हुए किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। क्योंकि किसानों और सरकार के बीच तीसरे दौर की बैठक बेनतीजा रही। बीती रात 1.30 बजे तक चली इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल रहे।
ये भी पढ़ें: जालंधर के Board to Abroad के ट्रेवल एजैंट पर महिला ने लगाए सनसनीखेज आरोप
मंत्रियों और किसान नेताओं की बीच बैठक में सकारात्मक चर्चा तो हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका। इस बैठक में पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद थे। इस बीच आज किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। जिसका सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा को होगा। इन्हीं दोनों राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे हैं।
बंद के दौरान क्या सेवाएं होंगी प्रभावित?
राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान आज कई सरकारी ऑफिस और प्राइवेट ऑफिस बंद रह सकते हैं। इसके अलावा आज परिवहन, कृषि गतिविधियां, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण कार्य, गांव की दुकानें, निजी कार्यालय, ग्रामीण औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के संस्थान बंद रहने की संभावना है।
किन सेवाओं पर नहीं पड़ेगा भारत बंद का असर?
किसानों द्वारा राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान कई ऐसी भी सेवाएं हैं जिन पर इसका असर देखने को नहीं मिलेगा। भारत बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाएं, एम्बुलेंस, अखबार वितरण, विवाह, मेडिकल स्टोर्स, बोर्ड परीक्षा के लिए जाने वाले छात्र-छात्राएं, स्कूल और हवाई अड्डे आदि प्रभावित नहीं होंगे।
बैंक कल खुले रहेंगे और सामान्य रूप से काम करेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के अवकाश मैट्रिक्स में यह भी कहा गया है कि बैंक खुले रहेंगे। फरवरी महीने में भारत में बैंक 10 दिन बंद रहेंगे। इन छुट्टियों में दूसरे और चौथे शनिवार के अलावा रविवार भी शामिल है।
किसानों की क्या हैं मांग?
किसान अपनी उपज के लिए एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा की सड़कों पर उतरे हुए हैं। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत भी लिखा है। जिसमें कहा गया है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, खरीद की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, बिजली में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की मांग की गई है।
ये भी पढ़ें: जालंधर में अग्रवाल ढाबा पर बड़ी कार्रवाई, नोटिस जारी
इसके अलावा किसानों ने घरेलू उपयोग और दुकानों, खेती के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली की भी मांग की है। व्यापक फसल बीमा और पेंशन में 10000 रुपए प्रतिमाह की बढ़ोतरी की भी मांग की है। वहीं, दूसरी ओर किसानों का ये भी कहना है कि सरकार द्वारा हमसे जो वादे किए गए थे उन्हें वो पूरा नहीं कर रही है इसलिए मजबूर होकर हमें ये आंदोलन करना पड़ रहा है।
शंभू बॉर्डर किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले दागे, देखें






