डेली संवाद, चंडीगढ़। Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में भाजपा के मेयर बने मनोज सोनकर ने रविवार (18 फरवरी) देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद ने मेयर के इस्तीफे की पुष्टि की है। आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है।
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वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के 3 पार्षदों ने रविवार रात दिल्ली पहुंचकर भाजपा ज्वॉइन कर ली है। पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरणजीत सिंह काला को पार्टी के जनरल सेक्रेटरी विनोद तावड़े ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। अब सोमवार की सुनवाई के बाद अगर सुप्रीम कोर्ट दोबारा मेयर चुनाव करवाने का आदेश देती है, तो BJP की जीत लगभग तय होगी।
BJP ने धोखे से अपना मेयर बनाया
सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई I.N.D.I.A गठबंधन के मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार टीटा की तरफ से दायर की गई याचिका पर होगी। गठबंधन ने BJP पर आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में चुनाव अधिकारी अनिल मसीह ने वोटों की गिनती में धांधली की। जिससे BJP ने धोखे से अपना मेयर बनाया है।
आप के टूटने से भाजपा की फिर से जीत पक्की
AAP के 3 पार्षदों के भाजपा में आने के बाद नगर निगम में पूरी तरह समीकरण बदल जाएंगे। एक सांसद को मिलाकर पहले से ही BJP के पास 15 वोट हैं। 3 AAP पार्षदों के BJP ज्वॉइन करने से यह आंकड़ा 18 हो गया। एक अकाली दल का वोट मिला कर ये संख्या 19 हो जाएगी। ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट से मेयर चुनाव दोबारा करवाने को लेकर फैसला आता है तो भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ अपना मेयर बना लेगी।
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चंडीगढ़ मेयर की कुर्सी अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। इसलिए, BJP की तैयारी है कि सोनकर के इस्तीफे के बाद इस कुर्सी का दावेदार उन 3 नामों में से एक को बनाया जाए, जो AAP से छूटकर पार्टी में शामिल हुए हैं। इनमें 2 महिला पार्षदों में से एक को मेयर की कुर्सी मिल सकती है।
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