नई दिल्ली/कनाडा। Canada-India News: कनाडा (Canada) और युनाइटेड किंगडम (UK) के चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) अब भारत में इनकम टैक्स स्टेटमेंट (Income Tax Return) दाखिल करने का काम करेगा। क्योंकि भारत द्वारा यूके और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट को पारस्परिक आधार reciprocal basis पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है।
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इस संबंध में एक प्रस्ताव चार्टर्ड अकाउंटेंसी क्षेत्र के शीर्ष निकाय इंस्टीच्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सरकार को दिया है। यह जानकारी आईसीएआई के अध्यक्ष रंजीत कुमार अग्रवाल ने बुधवार को दी।
पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति
ब्रिटेन और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) को पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है। चार्टर्ड अकाउंटेंट के शीर्ष निकाय इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के प्रेसिडेंट रंजीत कुमार अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि प्रस्ताव को पारस्परिक आधार पर सख्ती से लागू किया जाएगा। ताकि भारत के सीए को भी ब्रिटेन और कनाडा में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाए।
मुक्त व्यापार समझौते का है हिस्सा
आपको बता दें कि यह पहली बार होगा जब किसी देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाएगी। प्रस्ताव ब्रिटेन और कनाडा के साथ भारत की मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी बातचीत का हिस्सा है। अग्रवाल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ भी ऐसी ही व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।
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उधर, अग्रवाल ने यह भी कहा कि संस्था सरकार को जीडीपी अनुपात में कर बढ़ाने के साथ-साथ हरित वित्त पर सुझाव देगी। उन्होंने कहा कि देश को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए कर-जीडीपी अनुपात में सुधार होना चाहिए।
चार लाख से अधिक हैं सीए
उन्होंने बताया कि एक जुलाई 1949 को जब इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की स्थापना हुई थी, तब इसके देश भी में महज 1600 सदस्य थे। आज इसके सदस्यों की संख्या 4 लाख से अधिक हो चुकी है। इस समय सीए के फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्स के करीब 8.5 लाख विद्यार्थी हैं। जबकि इस समय भारत के लगभग 42,000 चार्टर्ड अकाउंटेंट विदेशों में काम कर रहे हैं।