डेली संवाद, जालंधर/चंडीगढ़। Yuvraj Singh: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Eletion 2024) की घोषणा से पहले पंजाब (Punjab Politics) में काफी हलचल है। ये हलचल दिग्गज क्रिकेटर रहे युवराज सिंह (Yuvraj Singh) और पंजाब के पूर्व मंत्री व क्रिकेटर रहे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को लेकर है। कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस छोड़ फिर से भाजपा में वापसी कर सकते हैं, जबकि युवराज सिंह राजनीति की पिच पर चौके और छक्के लगाने के लिए तैयार हैं।
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भाजपा पंजाब में बड़ा खेेल खेलने जा रही है। क्रिकेटर रहे युवराज सिंह को भाजपा चुनाव लड़वाने जा रही है। कहा जा रहा है कि फिल्म स्टार सनी दयोल इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिससे उनकी जगह किक्रेटर रहे युवराज सिंह को गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाया जा सकता है। जिससे युवराज को पार्टी ज्वाइन करवाने के लिए भाजपा तैयारी कर रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू की भी घर वापसी
यही नहीं, भाजपा अपने पुराने स्टार नेता नवजोत सिंह सिद्धू की भी घर वापसी करवाने के लिए प्लानिंग कर रही है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू को पार्टी में शामिल कराने की तैयारी हो रही है। फिलहाल नवजोत सिद्धू और युवराज सिंह की ओर से इस पूरे मामले पर कोई ताजा प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सिद्धू को अमृतसर से चुनाव लड़ाएगी बीजेपी
सूत्रों के मुताबिक भाजपा नवजोत सिद्धू को भी लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है। उन्हें अमृतसर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। सिद्धू इसी सीट से 3 बार भाजपा के लोकसभा सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काटकर अमृतसर सीट से अरुण जेटली को मैदान में उतारा था लेकिन वह हार गए।
कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं नवजोत सिद्धू
भाजपा ने उसके बाद सिद्धू को राज्यसभा में भेजा लेकिन कुछ समय बाद ही वह पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। आपको बता दें कि सिक्सर किंग के नाम से मशहूर नवजोत सिद्धू इन दिनों पंजाब कांग्रेस और उसके नेताओं से नाराज चल रहे हैं।
कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने के बाद सिद्धू को CM नहीं बनाया और फिर फरवरी-2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी जगह चरणजीत चन्नी को CM चेहरा बना दिया।
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यही नहीं, विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद हाईकमान ने सिद्धू से पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी छीन ली। उसके बाद से सिद्धू कांग्रेस में हाशिए पर हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस तो उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों तक में नहीं बुलाती। हालांकि सिद्धू को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है।