डेली संवाद, जालंधर/लुधियाना। GST Bogus Billing: पंजाब सरकार की सख्ती के बाद भी जालंधर और लुधियाना में बोगस बिलिंग का काम धडल्ले से हो रहा है। ताजा मामला लुधियाना का है, जिसके तार जालंधर से भी जुड़े बताए जा रहे हैं। फर्म खोलकर करीब 7 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग कर सरकार को चूना लगाया गया है।
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जानकारी के अनुसार मैरिज पैलेस में फ्लावर डैकोरेशन का काम करने वाले दो भाईयों ने अपने पार्टनर के दस्तावेज के आधार पर फर्जी फर्म बना कर करोड़ों रुपए की बोगस बिलिंग कर दी। पार्टनर को जब इंकम टैक्स की विभाग की तरफ से 20 लाख रुपए का टैक्स जमा करवाने के लिए डिमांड नोटिस आया तो उसे इस धोखाधड़ी का पता चला।
विभोर गर्ग व अकुंर गर्ग के खिलाफ पर्चा
मामले की जांच साइबर सेल के इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह ने की और करीब 6 महीने की जांच के बाद शिकायतकर्ता पंजाब माता नगर के रहने वाले हरप्रीत सिंह के बयान पर बसंत एवेन्यू के रहने वाले दो भाईयों विभोर गर्ग व अकुंर गर्ग के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी करने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, अमानत में खयानत करने व आई.टी.एक्ट के अधीन थाना दुगरी में मामला दर्ज किया।
मैरिज पैलेसों में वेडिंग प्लानर से स्क्रैप की फर्जी बिलिंग
पुलिस ने आरोपी विभोर गर्ग को काबू कर उसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया है, जब कि दूसरा आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि अकुंर गर्ग व उसका भाई मैरिज पैलेसों में वेडिंग प्लार्नर व डेकोरेशन और वह इलेक्ट्रिशयन का काम करता था।
हरप्रीत सेल्ज कार्पोरेशन के नाम से फर्म
उसकी आर्थिक स्थिती को देखते हुए उन्होंने पार्टनर शिप में काम करने का भरोसा दिया और उसके दस्तावेज लेकर हरप्रीत सेल्ज कार्पोरेशन के नाम से फर्म खोल ली और उसके नाम पर किसी बैंक कर्मी से मिल कर उसका करेंट अकाऊंट भी खुलावा दिया और उससे चैक बुकों पर पहले ही हस्ताक्षर करवा लिए, उसका एक सेविंग अकाऊंट भी खुलावा दिया।
आरोपियों ने अपने नाम पर ढंडारी कला में आफिस खोल लिया। आरोपी उसे यह कह कर टालते रहे कि अभी कोई काम शुरू नहीं हुआ है, शादियों का सीजन आने पर ही काम शुरू होगा। आरोपियों ने साल 2021-22 में इंकम टैक्स की रिर्टन भरवा दी।
6 करोड़ 80 लाख 35 हजार 383 रुपए की बोगस बिलिंग
इस दौरान इंकम टैक्स ने उसकी रिर्टन की वैरिफिकेशन के बाद उसे 20 लाख रुपए का टैक्स डिमांड नोटिस भेज दिया और उसे पता चला कि उक्त आरोपियों ने इसी साल में 6 करोड़ 80 लाख 35 हजार 383 रुपए की बोगस बिलिंग की है। जब वह दोनों भाइयों से बात करने के लिए उनके आफिस गया तो उन्होंने उसे धमकाते हुए आफिस से धक्के मार कर निकाल दिया।
निजी बैंक अकाऊट का रिकार्ड हासिल
साइबर सेल की टीम ने जांच के दौरान जीएसटी विभाग व निजी बैंक अकाऊट का रिकार्ड हासिल कर दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि शिकायतकर्ता इलेक्ट्रिशन का काम करता है और दोनों भाई फ्लावर हैकोरेशन का। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को बिजनैस का झांसा देकर उसके नाम पर फर्जी फर्म खोल ली और अपने नाम पर आफिस ले लिया।
करंट अकाऊट में हर रोज लाखों रुपए की ट्रांजेक्शन
जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों ने जीएसटी विभाग से रजिस्ट्रेशन नंबर लिया और अपने नंबरों से ईमेल आईडी बनाई। जो कि ने उन्होंने जानकार एडवोकेट से अप्लाई करवाया। आरोपियों ने शिकायतकर्ता के नाम पर खुलवाए गए करंट अकाऊट में हर रोज लाखों रुपए की ट्रांजेक्शन की, जब कि उसके सेविंग अकाऊट में कोई ट्राजेकशन नहीं की।
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आरोपियों ने एक फर्जी फर्म नील कंड बनाई हुई थी । जांच के दौरान आरोपियों से अन्य फर्जी फमो के बारे में भी पता चला और आरोपियों को बार बार बुलाने पर भी आरोपी अकुंर हाजिर नहीं हुआ। आरोपी ने बताया कि वह एक अन्य व्यक्ति से मिल कर स्क्रैप की बिलिंग करते थे।