डेली संवाद, जालंधर/चंडीगढ़। Punjab Politics: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जीत के दो साल बाद एक बार फिर अपने ही प्रदेश के वालंटियर्स के बीच पहुंच रहे हैं। लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 है।
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पार्टी के सांसद व घोषित उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू और जालंधर से विधायक शीतल अंगुराल के पार्टी बदलने के बाद प्रदेश के वालंटियर्स में असंतोष फैल गया। जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद अब प्रदेश की कमान को संभाला है।
2022 में बीते सारे रिकॉर्ड तोड़ 92 सीटों की जीत के बाद ये पहला चुनाव है, जब आम आदमी पार्टी एक बार फिर परीक्षा के दौर से गुजरेगी। इसके परिणाम आगे आने वाले निगम चुनावों पर भी असर डालेंगे, जो बीते तकरीबन डेढ़ साल से पेंडिंग हैं।
आम आदमी पार्टी 2 साल पहले जैसे वालंटियरों की ताकत का प्रयोग कर सत्ता पर काबिज हुई थी, उसी तरह अब सीएम मान(CM Mann) एक बार फिर वालंटियर्स में वही जोश भरने के लिए पहुंच रहे हैं। ताकि 13-0 का लक्ष्य प्राप्त कर सकें।
एक दिन में दो वालंटियर्स मीट करेंगे सीएम
मुख्यमंत्री एक ही दिन में दो वालंटियर्स मीट करने वाले हैं। आज शनिवार मोगा में 12 बजे व जालंधर में 3 बजे वालंटियर मीट रखी गई हैं।
मोगा में मालवा से संबंध रखने वाले वॉलंटियर शामिल होंगे, जबकि जालंधर में दोआबा क्षेत्र के नेताओं की मीटिंग रखी गई है। इसमें गांव स्तर के नेता शामिल होंगे। उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव डॉ. संदीप पाठक भी पंजाब भी साथ रहेंगे।
विधायकों से भी कर रहे संपर्क
बीते दो साल मुख्यमंत्री सिर्फ रैलियों व उद्घाटन समारोह में ही पहुंचे। हालात ऐसे भी बने कि कुछ विधायकों ने सीएम पर उन्हें ना मिलने के आरोप तक लगा दिए।
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अब बन रही चुनावी समीकरणों के बीच सीएम सिर्फ वालंटियर्स मीट ही नहीं कर रहे, वे विधायकों से भी बैठकें कर रहे हैं। दिल्ली से लौटने के बाद से ही रोजाना सीएम विभिन्न जिलों के विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं और उनकी दिक्कतों को दूर करने का आश्वासन भी दे रहे हैं।