Retail Inflation: खुदरा महंगाई दर मार्च में मुद्रास्फीति पिछले महीने के 5.09% की तुलना में 10 महीने के निचले स्तर 4.85% पर आ गई

Daily Samvad
3 Min Read

डेली संवाद, नई दिल्ली। Retail Inflation: सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर मार्च में मुद्रास्फीति पिछले महीने के 5.09% की तुलना में 10 महीने के निचले स्तर 4.85% पर आ गई है। शुक्रवार को सरकार की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया।

यह भी पढ़ें: हेमकुंट पब्लिक स्कूल के पीछे कालोनी में प्लाट खरीदने से पढ़ लें JDA की चिट्ठी

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चला है कि मार्च में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति पिछले महीने (फरवरी 2024) के 5.09 प्रतिशत की तुलना में सालाना आधार पर 4.85 प्रतिशत हो गई। रॉयटर्स के एक सर्वेक्षण में महंगाई दर घटकर 4.91 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।

पिछले पांच महीने के खुदरा महंगाई के आंकड़े

  • अप्रैल 2042 में 4.85% वास्तविक दर, 4.91% पूर्वानुमान और 5.09% पिछले महीने में
  • मार्च 2024 में 5.09% वास्तविक दर, 5.02% पूर्वानुमान और 5.10% पिछले महीने में
  • फरवरी 2024 में 5.10% वास्तविक दर, 5.09% पूर्वानुमान और 5.69% पिछले महीने में
  • जनवरी 2024 में 5.69% वास्तविक दर, 5.87% पूर्वानुमान और 5.55% पिछले महीने में
  • दिसंबर 2023 में 5.55% वास्तविक दर, 5.70% पूर्वानुमान और 4.87% पिछले महीने में

एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर ने महंगाई पर की थी ये टिप्पणी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने FY25 की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के परिणामों की घोषणा करते हुए मुद्रास्फीति को प्रमुख चुनौती बताया था।

उन्होंने इस “Elephant in the Room” के रूप में संदर्भित किया था। उस दौरान आरबीआई गवर्नर ने संकेत दिए थे कि खुदरा मुद्रास्फीति धीरे-धीरे 4 प्रतिशत की वांछनीय सीमा के भीतर लौट रही है।

क्या है सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर?

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) उपभोक्ता के दृष्टिकोण से वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में परिवर्तन को मापता है। केंद्रीय बैंक मूल्य स्थिरता बनाए रखने की अपनी भूमिका में इस आंकड़े का इस्तेमाल करता है।

पूर्वानुमान से अधिक मजबूत सीपीआई रीडिंग आमतौर पर रुपये की मजबूती के लिए सहायक (बुलिश) होती है, जबकि पूर्वानुमान से कमजोर रीडिंग आमतौर पर रुपये के लिहाज से नकारात्मक (मंदी वाली) होती है।

मार्च 2024 के महीने के दौरान, NSO ने गांवों और शहरी बाजारों से कीमतें एकत्र की

खुदरा महंगाई के आंकड़े एनएसओ व एमओएसपीआई के फील्ड ऑपरेशंस डिवीजन के कर्मचारियों की ओर से साप्ताहिक रोस्टर के आधार पर राज्यों व संघ शासित प्रदेशों को कवर करते हुए एकत्र किए जाते हैं।

यह भी पढ़ें: पुडा अफसर ही बन गया कालोनाइजर, पठानकोट रोड पर कटवाई कालोनी

इस दौरान 1114 शहरी बाजारों और 1181 गांवों से मूल्यों का आंकड़ा एकत्र किया जाता है। मार्च 2024 के महीने के दौरान, NSO ने 99.8% गांवों और 98.5% शहरी बाजारों से कीमतें एकत्र की है।

BJP महिला मोर्चा की प्रधान ने लगाए गंभीर आरोप, देखें

BJP महिला मोर्चा की प्रधान ने लगाए गंभीर आरोप | Daily Samvad










728
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *