डेली संवाद । Canada News: कभी भारतीय छात्रों की आँखों में सपनों की चमक भरने वाला कनाडा आज उन्हीं छात्रों के लिए अपनी चमक खोता नजर आ रहा है। हाल के वर्षों में Canada में पढ़ाई करने जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में गिरावट देखी गई है। खासतौर पर 2024 में यह गिरावट बेहद चिंता का विषय रही है। इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। आइए उन कारणों को गहराई से समझते हैं।
कनाडाई सरकार द्वारा नीतिगत बदलावों का झटका
कनाडाई सरकार द्वारा किए गए कुछ नीतिगत बदलावों ने सीधे भारतीय छात्रों को प्रभावित किया है। इनमें से कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं।
- Canada सरकार ने अध्ययन परमिट जारी करने की संख्या को सीमित कर दिया है। साथ ही, परमिट पाने के लिए योग्यता मानदंड भी सख्त कर दिए गए हैं। इसका नतीजा यह हुआ है कि कई योग्य भारतीय छात्रों के लिए भी कनाडा में पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है।
- Canada सरकार ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए ऑफ-कैंपस काम करने के घंटों को कम कर दिया है। पहले छात्र अपनी पढ़ाई के खर्च का एक बड़ा हिस्सा पार्ट-टाइम काम करके निकाल लेते थे, लेकिन अब कम घंटों में काम करने की वजह से उनके लिए आर्थिक बोझ बढ़ गया है।
- पहले भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई के दौरान अपने जीवनसाथी को भी साथ ला सकते थे और उन्हें ओपन वर्क परमिट मिल जाता था, जिससे उन्हें कहीं भी काम करने की छूट थी। लेकिन अब यह सुविधा सिर्फ मास्टर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के छात्रों के लिए ही उपलब्ध है। इससे स्नातक या कॉलेज प्रोग्राम करने वाले छात्रों के लिए आर्थिक परेशानी बढ़ गई है।
राजनयिक तनाव का जोड़
2023 में भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव चरम पर पहुंच गया था। इसका सीधा असर भारतीय छात्रों पर भी पड़ा था। भारत द्वारा कनाडा के कुछ राजनयिकों को निष्कासित किए जाने के बाद कनाडा ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई भारतीय छात्रों के वीजा आवेदन रद्द कर दिए थे। इस घटनाक्रम ने भारतीय छात्रों के मन में कनाडा को लेकर असुरक्षा की भावना पैदा कर दी।
Canada में नौकरी बाजार की चुनौतियाँ
Canada में पढ़ाई पूरी करने के बाद भी कई भारतीय छात्रों को नौकरी मिलने में मुश्किलें आती हैं। कई नौकरियों के लिए कनाडाई कार्य अनुभव की जरूरी होती है, जिसके कारण नए लोगों को कंपनियां काम पर रखने में हिचकिचाती हैं। हालांकि, सरकार ने हाल ही में कुछ काम शुरू किए हैं जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों को स्नातक होने के बाद कनाडा में रहने और काम करने में मदद करते हैं, लेकिन नौकरी खोजने की प्रक्रिया अभी भी मुश्किल है।
बढ़ती शिक्षा और रहन-सहन की लागत

Canada में शिक्षा और रहन-सहन की लागत लगातार बढ़ रही है। ट्यूशन फीस, किताबों की कीमतें और आवास की लागत में पिछले कुछ सालों में काफी इजाफा हुआ है। इसके साथ ही कनाडा में बढ़ती महंगाई भी छात्रों के लिए खर्चा चलाना और भी मुश्किल बना रही है।
क्या कहता है आंकड़ा? भारत और कनाडा के बीच घटता रिश्ता
अब आंकड़ों पर गौर करते हैं, जो भारत और Canada के बदलते रिश्ते को दर्शाते हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में लगभग 3,19,000 भारतीय छात्र कनाडा गए थे। लेकिन 2024 की शुरुआत में ही कनाडाई सरकार ने अध्ययन परमिट की संख्या को घटाकर 360,000 कर दी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35% कम है। इसका सीधा असर भारतीय छात्रों पर पड़ा है।
अक्टूबर से दिसंबर 2023 तक भारतीय छात्रों को जारी किए गए अध्ययन परमिट में 86% की गिरावट आई थी। यह गिरावट उस वक्त देखी गई थी जब भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव चरम पर था।






