डेली संवाद, अमृतसर। Punjab News: पंजाब भाजपा (BJP) के चंडीगढ़ कार्यालय में धमकियों से भरा पत्र पहुंचने के बाद यह बात सामने आई है कि पूर्व प्रधान व पूर्व राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक (Shwait Malik) को भी धमकियां मिली है।
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श्वेत मलिक का कहना है कि उन्हें यह धमकी 3 जुलाई को मिली थी और उन्होंने इसकी जानकारी अमृतसर पुलिस को दे दी है। लेकिन अभी तक पुलिस धमकी देने वाले का पता नहीं लगा पाई है।
व्यक्ति का फोन आया
श्वेत मलिक ने बताया कि 3 जुलाई को रात 11.30 बजे मेरे पास गौरव नाम के व्यक्ति का फोन आया। गौरव ने बताया कि उसके पास रंजीत नाम के गैंगस्टर का ऑडियो आया है। वह कह रहा है कि वह गैंगस्टर है और गोलियां चलाता है। श्वेत मलिक को बेड पर लिटाकर गोली मारनी है। गौरव ने मुझे इसकी रिकॉर्डिंग भेजी।
जिसमें रंजीत नाम का व्यक्ति कह रहा था कि श्वेत मलिक को गोली मारनी है। श्वेत मलिक को जान से मारना है। मैंने रात 1 बजे पुलिस उपायुक्त आलम विजय सिंह को फोन कर पूरी जानकारी दी। इसके बाद ऑडियो भी उनके पास भेजा गया।
आम जनता की चिंता
श्वेत मलिक ने बताया कि डीसीपी ने तुरंत इस शिकायत को अमोलक सिंह को भेज दिया। एसएचओ सिविल लाइन अमोलक सिंह ने भी उन्हें फोन करके आश्वासन दिया कि आरोपी पकड़े जाएंगे। गौरव नाम के व्यक्ति के बारे में पुलिस ने कहा कि वह कुख्यात व्यक्ति है और उसके फोन की डिटेल खंगाली जा रही है, ताकि रंजीत का पता लगाया जा सके।
लेकिन श्वेत मलिक ने चिंता जताई कि इस घटना को 5 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन पुलिस एक भी व्यक्ति को नहीं पकड़ पाई है। अगर गैंगस्टर खुलेआम समाज सेवा करने वाले नेताओं को धमका रहे हैं, तो आम जनता का क्या होगा।
पुलिस मामले में देरी कर रही
श्वेत मलिक का कहना है कि पुलिस मामले में देरी कर रही है। जांच अधिकारी अमोलक सिंह से जब संपर्क किया गया, तो उनका जवाब था, दो दिन इंतजार करो, आरोपी पकड़े जाएंगे। लेकिन अभी तक आरोपी के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है।
रंजीत के अलावा पुलिस गौरव को भी नहीं पकड़ पाई है, जिसका नंबर उन्होंने पुलिस को दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इस कृत्य को अंजाम देने वाले पकड़े नहीं गए तो वह डीजीपी पंजाब गौरव यादव से संपर्क करेंगे।