डेली संवाद, फिरोजपुर। Punjab News: पंजाब के फिरोजपुर (Firozpur) के जिला शिक्षा अफसर द्वारा जिले के 37 प्रिंसिपलों, मुख्य अध्यापकों और स्कूल प्रभारियों को कुछ विद्यार्थियों के नाम काटने पर कारण बताओ नोटिस (Notice) जारी किया गया है।
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इस मामले में सरकारी अध्यापक यूनियन फिरोजपुर का प्रतिनिधिमंडल जिला प्रधान राजीव कुमार हांडा के नेतृत्व में प्रिंसिपल गुरमेल सिंह, प्रिंसिपल हरफूल सिंह, प्रिंसिपल रमन, हेड टीचर कपिल सानन, जोगिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, शिवानी को साथ लेकर जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी शिक्षा संजीव कुमार को मिला।
नाम हटाना कोई गैरकानूनी काम नहीं
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह ने इस ‘कारण बताओ’ नोटिस पर कड़ा नोटिस लेते कहा कि जो छात्र लंबे समय से अनुपस्थित हैं या अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्थानांतरित हो गए हैं, उनके नाम हटाना कोई गैरकानूनी काम नहीं है।
यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे का नाम स्कूल से कटवाना चाहता है या छात्र लगातार कई महीनों तक अनुपस्थित रहता है या माता-पिता ने गांव/शहर छोड़ दिया है तो ऐसी स्थिति में छात्र का नाम काटना पड़ता है।
स्कूल प्रिंसिपलों पर दबाव बनाने की कोशिश
स्कूल ना आने वाले विद्यार्थियों के नाम रिकार्ड में बोलते रहने के कारण सरकारी प्रवक्ता और ग्रांट का गलत इस्तेमाल होने के भी आसार बने रहते है।

उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी फिरोजपुर द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस से पहले स्कूल प्रिंसिपलों के साथ बैठक की गई थी और विद्यार्थियों के नाम काटे जाने के कारणों का विवरण उनसे लिखित तौर पर लिया गया था और अब कारण बताओ नोटिस जारी करके स्कूल प्रिंसिपलों पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना है कि इन स्कूल प्रमुखों को नोटिस जारी करना सरासर धक्केशाही है।
शिक्षा अफसर द्वारा नोटिस खारिज
प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा फिरोजपुर संजीव कुमार ने यूनियन प्रतिनिधिमंडल, प्रिंसिपलों और मुख्य अध्यापकों को आश्वासन दिया कि सभी नोटिस खारिज किए जा रहे हैं और सभी स्कूल प्रिंसिपल शानदार काम कर रहे है।
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