डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) में फर्जी एनओसी (NOC) की गैंग बिल्डिंग ब्रांच से रिटायर हो चुके कुछ इंस्पैक्टर, ड्राफ्ट्समैन और अफसर ही चला रहे हैं। इन रिटायर हो चुके मुलाजिमों को पता है कि किस तरह से फर्जी एनओसी तैयार करना है और उसे बेचना है। इसके लिए एक मोटे किस्म के फगवाड़ा बेस्ड आर्किटैक्ट को भी गैंग में शामिल किया गया है। इसके अलावा कुछ और आर्कीटैक्ट इस गैंग में शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: कनाडा के कॉलेजों पर आर्थिक संकट,भारतीय छात्रों की कमी के कारण हालात बिगड़े
नगर निगम जालंधर में फर्जी एनओसी का रैकेट बहुत बड़ा है। इसका खुलासा डेली संवाद ने किया, तो नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन हरकत में आ गए। इस खेल में बिल्डिंग ब्रांच के बड़े अफसर से लेकर कुछ सेवादार भी संलिप्त हैं। कहा जाता है कि फर्जी एनओसी के लिए एक-एक लाख रुपए तक फीस वसूल की जाती है।
रिश्वत के नाम पर भी पैसा हासिल किया जाता
सरकारी फीस के नाम पर तो पैसे लिए ही जाते हैं, रिश्वत के नाम पर भी पैसा हासिल किया जाता है। जिससे रोजाना लाखों रुपए की वसूली फर्जी एनओसी गैंग ही करता है। हाल ही में एक कालोनी की कुछ एनओसी पकड़ में आई तो यह गैंग सारा ठीकरा निगम के एक क्लर्क पर फोड़ने लगा है। उक्त क्लर्क को बदनाम करने की नीयत से फर्जी एनओसी गैंग ने सोशल मीडिया में भ्रामक खबरें भी चलवाई।
फिलहाल सूत्र बताते हैं कि नगर निगम से रिटायर हो चुके कुछ बिल्डिंग इंस्पैक्टर, एटीपी और ड्राफ्ट्समैन व सेवादार इस पूरे गैंग को आपरेट कर रहे हैं। इन रिटायर हुए मुलाजिमों की बिल्डिंग ब्रांच में काफी घुसपैठ है। जिसके चलते इन्हें हर फाइल की जानकारी मिल जाती है और बाहर बाहर से ही आवेदनकर्ता से डील करते हैं।
एटीपी सुखप्रीत कौर और इंस्पैक्टर अजय चार्जशीट
इसके लिए उक्त गैंग में कपूरथला/फगवाड़ा क्षेत्र के एक डिप्लोमा होल्डर आर्किटैक्ट का नाम सबसे ऊपर है। यह आर्किटैक्ट फर्जी एनओसी बनाने का मास्टर माइंड माना जाता है। फिलहाल इस मामले में एटीपी सुखप्रीत कौर और इंस्पैक्टर अजय को चार्जशीट किया गया है।