Ram Narayan Agarwal Passed Away News In Hindi: DRDO का एक सितारा चाँद पर चढ़ा

Daily Samvad
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‘Father of Agni missiles’ Ram Narayan Agarwal passed away: भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के महान मिसाइल वैज्ञानिक राम नरायण अग्रवाल का 83 वर्ष की आयु में हैदराबाद में निधन हो गया। उन्हें ‘अग्नि मिसाइलों के जनक’ के रूप में जाना जाता था और उनके इस योगदान ने भारत को लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई दी।

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Ram Narayan Agarwal का जीवन परिचय

राम नरायण अग्रवाल का जन्म 24 जुलाई 1941 को जयपुर, राजस्थान में हुआ था। एक व्यापारी परिवार में जन्मे अग्रवाल ने चेन्नई के MIT गिंडी से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की।

अग्नि मिसाइल कार्यक्रम में अग्रवाल की भूमिका

Ram Narayan Agarwal
Ram Narayan Agarwal

1983 में, जब भारत ने अपना उत्साही अग्नि मिसाइल कार्यक्रम शुरू किया, तो राम नरायण अग्रवाल को इस परियोजना का पहला निदेशक नियुक्त किया गया। उन्होंने अग्नि मिसाइल के तकनीकी प्रदर्शनकारी मिसाइल का 1989 में सफल परीक्षण कराया, जिससे भारत की रक्षा क्षमता में तेजी हुई। इसके बाद, अग्नि मिसाइल के अलग अलग संस्करण विकसित किए गए, जो आज भी भारत की रक्षा प्रणाली का अलग हिस्सा हैं।

राम नरायण अग्रवाल(Ram Narayan Agarwal) को उनके असाधारण योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें 1990 में पद्म श्री और 2000 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्हें 2004 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला।

अग्नि मिसाइलों की ताकत

अग्नि-V, जो कि एक परमाणु-सक्षम, मध्यम-दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, 5000 km से अधिक की दूरी तक लक्ष्य को पार करने में सक्षम हुए। राम नरायण अग्रवाल (Ram Narayan Agarwal) के मार्गदर्शन में भारत ने इस मिसाइल को सफलता के साथ विकसित किया, जिससे भारत की सुरक्षा और शक्ति को मजबूती मिली।

Ram Narayan Agarwal का निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने अपने जीवन के 22 वर्ष DRDO के अलग अलग मिसाइल प्रोग्राम में समर्पित किए, जिनके माध्यम से उन्होंने भारत को एक मजबूत रक्षा शक्ति के रूप में स्थापित किया। उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा और वे सभी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेंगे।





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