डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर से बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि जालंधर (Jalandhar) में 150 साल पुराने एक धार्मिक स्थान को करोड़ों रुपए में बेचने का प्रयास किया गया है। यही नहीं, इस धार्मिक स्थान की रजिस्ट्री करवाने के लिए तहसील से समय में ले लिया गया। इसका 5 करोड़ में बयाना भी कर लिया गया।
यह भी पढ़ें: कनाडा के कॉलेजों पर आर्थिक संकट, भारतीय छात्रों की कमी के कारण हालात बिगड़े
मामला जालंधर (Jalandhar) की सबसे पुरानी गोलखनाथ मेमोरियल चर्च (Golak Nath Memorial Church) का है। इस चर्च को लुधियाना के नटवर लाल ने बेच दिया। आरोपी ने चर्च की जगह दिलाने के बदले में करीब पांच करोड़ रुपए भी ले लिए। इसे लेकर कमिश्नरेट पुलिस को शिकायत दी गई है।
रजिस्ट्री होने पर रोक लगा दी
मामले में शिकायत के बाद डीसी हिमांशु अग्रवाल ने उक्त रजिस्ट्री होने पर रोक लगा दी है और मामले में जांच के आदेश दिए हैं। यही नहीं, जालंधर के मिशन कंपाउंड में स्थित गोलखनाथ चर्च के बाहर शुक्रवार को रात इसे लेकर जमकर हंगामा भी हुआ, मगर पुलिस ने किसी तरह सारा मामला शांत करवाया।
जानकारी के मुताबिक लुधियाना के ईसा नगर के रहने वाले नटवर लाल जॉर्डन मसीह ने पांच करोड़ रुपए जमा कराकर जालंधर के मिशन कंपाउंड स्थित 150 साल पुराने गोलकनाथ चर्च का सौदा किया था। दो दिन बाद चर्च की जमीन की रजिस्ट्री होने वाली थी। लेकिन उससे पहले ही यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के अधिकारियों को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिल गई।
चर्च की 24 कनाल से अधिक जमीन
ट्रस्ट सचिव अमित के. प्रकाश ने कहा- पिछले मंगलवार को उन्हें पता चला कि जालंधर के आदर्श नगर स्थित ऐतिहासिक गोलकनाथ चर्च दो दिन में पंजीकृत होने जा रहा है। उन्हें चर्च की 24 कनाल से अधिक जमीन के लिए लिए गए पांच करोड़ रुपये के स्टेटमेंट की कॉपी मिली।
पता चला कि लुधियाना के ईसा नगर निवासी जॉर्डन मसीह ने जालंधर के लाडोवाली रोड निवासी बाबा दत्त से चर्च का सौदा किया है। उन्होंने तुरंत जालंधर आकर तहसीलदार-1 मनिंदर सिंह को पूरा मामला बताया और चर्च की जमीन की रजिस्ट्री रुकवा दी। फिलहाल अभी उक्त मामला दर्ज नहीं किया गया है।
फर्जी ट्रस्ट बनाकर धोखाधड़ी
अमित प्रकाश ने बताया कि जॉर्डन मसीह ने यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के नाम से फर्जी ट्रस्ट बनाकर यह धोखाधड़ी की है। बयान में उन्होंने चर्च की जमीन का खसरा नंबर तक लिखा है। फिलहाल जॉर्डन मसीह और बाबा दत्त नाम के दो शख्स ही इस धोखाधड़ी में शामिल पाए गए हैं।
मामले के खुलासे के बाद बताया जा रहा है कि जॉर्डन मसीह ने दो साल पहले सहारनपुर में चर्च की जमीन बेचने की कोशिश की थी। वहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसे और उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। ट्रस्ट के पदाधिकारियों के मुताबिक उस मामले में वह जमानत पर थे।