डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: विदेश भेजने के नाम पर ठगी (Fruad) का आरोप झेल रही जालंधर (Jalandhar) की किंगडम कंसल्टेंट (Kingdom Consultant) पर पुलिस (Police) के अफसर मेहरबान हैं। आरटीआई (RTI) एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह अरोड़ा ने डीसी दफ्तर में RTI के जरिए Kingdom Consultant का लेखा जोखा मांगा है, ताकि भविष्य़ में ये किसी से धोखाधड़ी न कर सके।
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जानकारी के मुताबिक Kingdom Consultant के मालिकों ने विदेश भेजने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी की थी। जिससे नाराज होकर किसान जत्थेबंदियों के साथ लोगों ने पिछले दिनों Kingdom Consultant के दफ्तर के बाहर धरना दे दिया।
कार्रवाई की बजाए समझौता करवाने का प्रयास
छोटी बारादरी में गढ़ा रोड पर स्थित Kingdom Consultant के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों और पीड़ित लोगों ने धरना दे दिया था। आनन फानन में मौके पर एसीपी, एसएचओ और कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच कर Kingdom Consultant के मालिक के खिलाफ कार्रवाई की बजाए समझौता करवाने का प्रयास किया।
इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने किसान जत्थेबंदियों के साथ पीड़ितों को लेकर दफ्तर में कई घंटे बातचीत करवाकर समझौता करवा दिया। हैरानी की बात तो यह है कि ठगी के बाद पुलिस अधिकारी खुद समझौता करवा रहे हैं, जबकि पीड़ित एफआईआर के लिए कहते हैं।
Kingdom Consultant के खिलाफ डीसी दफ्तर में RTI
इसी मामले में अब Kingdom Consultant के खिलाफ डीसी दफ्तर में RTI लगाई गई है। आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह अरोड़ा ने डीसी दफ्तर में आरटीआई लगाते हुए पूछा है कि Kingdom Consultant के खिलाफ पुलिस ने आखिर कार्रवाई क्यों नहीं की। यही नहीं, ठगी की शिकायत के बाद Kingdom Consultant का लाइसेंस रद्द क्यों नहीं किया।
उधर, Kingdom Consultant के मालिकों को कहना है कि पुलिस ने समझौता करवा दिया। जो ठगी के आरोप लगे थे, उसका पैसा पीड़ितों को वापस कर दिया गया है। अब उनका कोई विवाद नहीं है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ठगी के बाद समझौता करवाना उचित है, आखिर ठगी के मामले में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की जाती है। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।