Jalandhar News: जालंधर नगर निगम में फिर पकड़ी गई Fake NOC, सरकार को लग रहा है करोड़ों का चूना, पुलिस नहीं दर्ज कर रही है FIR

Daily Samvad
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डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: नगर निगम जालंधर (Jalandhar Municipal Corporation) में एक अन्य फर्जी एनओसी (Fake NOC) पकड़ी गई है। यह फर्जी एनओसी (Fake NOC) भी सैंट्रल हलके में काटी गई कालोनी में पकड़ में आया है।

यह भी पढ़ें – जालंधर निगम के फर्जी एनओसी में कालोनाइजर मनु वडिंग के साथ आर्किटैक्ट चेतन गुप्ता पर भी दर्ज होगी FIR, नक्शा कैंसिल, तहसीलदार दफ्तर भी घेरे में

इसकी पुष्टि निगम अफसरों ने की है। हाल यह है कि अभी पुराने फर्जी एनओसी (Fake NOC) के मामले में कांग्रेस नेता और आर्किटैक्ट के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं हो सकी, अब एक नई फर्जी एनओसी (Fake NOC) फिर सामने आ गई है।

Gautam Jain IAS

कमिश्नर की सिफारिश के बाद भी एफआईआर नहीं

जानकारी के मुताबिक नगर निगम (Municipal Corporation) के बिल्डिंग ब्रांच (Building Branch) के एक अधिकारी ने एक बार फिर से फर्जी एनओसी (Fake NOC) पकड़ी है। इससे पहले दो फर्जी एनओसी (Fake NOC) पकड़ी गई थी। ये फर्जी एनओसी (Fake NOC) वडिंग की अवैध कालोनी में पकड़ में आई थी।

नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन (Gautam Jain, IAS) द्वारा फर्जी एनओसी (NOC) मामले में कांग्रेस के जिला उप प्रधान और पूर्व पार्षद पति मनोज कुमार मंधोत्रा उर्फ मनु वडिंग व आर्किटैक्ट चेतन गुप्ता (Chetan Gupta) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की सिफारिश की है। बावजूद पुलिस ने अभी तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है।

Fake NOC
Fake NOC

फिर पकड़ी गई Fake NOC

वहीं, अब एक अन्य फर्जी एनओसी (Fake NOC) पकड़ में आई है। बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों ने इसकी जांच की। यही नहीं, बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों ने चंडीगढ़ से भी इसकी रिपोर्ट मंगाई, लेकिन उनके सिस्टम में इस तरह की एनओसी नहीं है। जिससे इसे फर्जी एनओसी (Fake NOC) बताया गया। इसकी सूचना एमटीपी (MTP) इकबालप्रीत सिंह रंधावा समेत उच्च अधिकारियों के पास है।

Illegal Construction in Barring
Illegal Construction in Barring

सूत्र बता रहे हैं कि नगर निगम से रिटायर हो चुके कुछ अफसर और बिल्डिंग ब्रांच के कुछ मुलाजिमों की सांठगांठ से फर्जी एनओसी का रैकेट चल रहा है। इस रैकेट का मास्टर माइंड नगर निगम से रिटायर हो चुके अधिकारी हैं। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। फिलहाल एक अन्य फर्जी एनओसी पकड़ में आने के बाद इंस्पैक्टर, ड्राफ्ट्समैन और अन्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं।















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