डेली संवाद, जालंधर। Punjab News: श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने शिरोमणि कमेटी की पूर्व अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री बीबी जागीर कौर (Bibi Jagir Kaur) को नोटिस (Notice) जारी किया था और उन्हें अकाल तख्त पर पेश होकर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया था। इसे लेकर आज जालंधर में अकाली दल (Akali Dal) से टूट कर अलग हुए नेताओं ने प्रेसवार्ता की।
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पूर्व विधायक और जत्थेदार रहे गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि, अकाल तख्त साहिब की कमेटी में कोई भी राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि सिखों का सबसे बड़ा पंथ श्री अकाल तख्त साहिब है। वडाला ने कहा कि, तख्त को किसी प्रकार का कोई पक्षपात नहीं करना चाहिए। बीबी जागीर कौर ने सिखों के लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं। वह खुद शिरोमणि कमेटी का प्रधान भी रही है।
कोर्ट से बरी हो चुकीं है बीबी
पूर्व विधायक और जत्थेदार रहे गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा बीबी जागीर कौर से एक कत्ल केस में स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीबी जागीर कौर को उक्त केस में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा साल 2018 में ही बरी कर दिया गया था।
इसके बाद उन्होंने 2019 में खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ा और अगले साल उन्हें बिना किसी विरोध के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष चुना गया। मगर अब ऐसे में नोटिस जारी करने की साजिश सिर्फ आगामी एसजीपीसी चुनाव को लेकर हो रही है। उन्हें ऐसे हत्यारा नहीं कहा जा सकता है।
इस शब्द का प्रयोग केवल भ्रूण हत्या तथा नवजात कन्याओं की हत्या के लिए ही किया जा सकता है। उसने अपनी बेटी को जन्म दिया, उसे बड़े प्यार और देखभाल से पाला, यह जानते हुए कि उसने अपना कर्तव्य पूरा किया है।