डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: शिल्प कला भवन निर्माण व दस्तकारी के जन्मदाता बाबा विश्वकर्मा (Baba Vishwakarma) जी के पावन दिवस के उपलक्ष्य में वार्षिक समागम का आयोजन किया गया। भाजपा नेता और जालंधर के पूर्व सांसद सुशील रिंकू (Sushil Rinku) ने विश्वकर्मा डे (Vishwakarma Day) के मौके पर फोकल प्वाइंट जालंधर (Jalandhar) और फगवाड़ा में विश्वकर्मा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और लोगों को विश्वकर्मा डे की शुभकामनाएं दी।
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पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने विश्वकर्मा डे पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत त्योहारों का देश है। आज लोग जिन बड़े बड़े कोठियों, घरों और भवनों में रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। उन मकानों को बनाने की रचना बाबा विश्वकर्मा जी द्वारा ही की गई थी।
विश्वकर्मा जी को औजारों का देवता भी कहा जाता
सुशील रिंकू ने कहा कि विश्वकर्मा जी को औजारों का देवता भी कहा जाता है इसलिए आज के दिन सभी हाथों से कार्य करने वाले अपने औजारों की पूजा करते है। उन्होंने निर्माण और सृजन से जुड़े सभी हुनरमंद एवं परिश्रमी साथियों को इस दिन की बधाई दी।
सुशील रिंकू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा विश्वकर्मा जी की जयंती पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (पीएम विश्वकर्मा योजना) की शुरुआत की थी, जिससे आज देश भर के तमाम हुनरमंद लोगों का जीवन बेहतर हुआ है। विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में हर हुनरमंद का अप्रतिम योगदान है।
शिल्पकारों को सहायता प्रदान
पूर्व सांसद रिंकू ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के ज़रिए, पारंपरिक कौशल वाले लोगों को आधुनिक उपकरण, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, डिजिटल और वित्तीय साक्षरता कौशल के ज्ञान के साथ-साथ ऋण सहायता मिल रही है। इस योजना का मकसद, अपने हाथों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करना था।