ED Raid: ED की ताबड़तोड़ छापेमारी, 17 जगहों पर सर्चिंग जारी, मचा हड़कंप

Mansi Jaiswal
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डेली संवाद, रांची। ED Raid: झारखंड में वोटिंग से एक दिन पहले ईडी की छापामारी से हड़कंप मच गया है। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मंगलवार को झारखंड (Jharkhand) और पश्चिम बंगाल में 17 जगहों पर छापेमारी जारी है। मामला बांग्लादेशी घुसपैठ, देह व्यापार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा बताया जा रहा है।

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झारखंड विधानसभा चुनाव में कल यानी बुधवार को 43 सीटों पर वोटिंग होनी है। जानकारी के मुताबिक, ED की टीम कई लोगों और संगठनों पर सीमापार घुसपैठ से जुड़ी वित्तीय गड़बड़ियों की जांच कर रही है।

फेमस होटल में की छापामारी

वहीं, इस दौरान एक फेमस होटल स्काईलाइन और रिसोर्ट बाली में भी रेड की गई है। इसके अलावा आश्वी डायग्नोसिस पर भी ईडी ने शिकंजा कसा है।

बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने बांग्लादेशी घुसपैठ को मुद्दा बनाया है। सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले में हाल के दिनों में सुनवाई हुई है।

ED Raid in Hotel Skyline
ED Raid in Hotel Skyline

देह व्यापार से भी जुड़ रहे तार

दरअसल, रांची पुलिस ने इसी साल जून में बरियातू थाना क्षेत्र के हिल व्यू रोड बाली रिजॉर्ट से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी युवतियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार तीनों युवतियों की पहचान बांग्लादेश के चटग्राम की रहने वाली निंपी बिरूआ, समरीन अख्तर व निपा अख्तर के रूप में हुई थी।

तीनों ही युवतियों ने पुलिस को बताया था कि उन्हें मनीषा राय नामक की एक अन्य लड़की की मदद से बांग्लादेश से जंगल के रास्ते पहले कोलकाता फिर वहां से रांची लेकर आई थी। उन्हें ब्यूटी सैलून में जॉब दिलाने की बात कही गई थी, लेकिन यहां उनसे जिस्मफरोशी कराई जाने लगी।

गिरफ्तार बांग्लादेशी युवतियों से मिली जानकारी के आधार पर रांची के बरियातू थाने में 4 जून को FIR (संख्या 188/2024) दर्ज हुई थी। आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 34, पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12, विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14-ए के तहत यह केस दर्ज हुआ था।

जिन लड़कियों को जमानत पर छोड़ा वे…

पुलिस ने बाली रिजॉर्ट से जिन 3 लड़कियों को गिरफ्तार किया था, कोर्ट से उन्हें 10-10 हजार रुपए के निजी मुचलके पर इसी शर्त पर जमानत दी थी कि वे मामले की जांच में सहयोग करेंगी।

20 दिन पहले जब ED टीम मामले की जांच को लेकर बरियातू थाने गई थी, तब थाना प्रभारी मनोज कुमार से पूछा गया कि तीनों युवतियां कहां हैं तो उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है। बरियातू पुलिस ने युवतियों के पास से जो आधार कार्ड जब्त किया था, वह भी फर्जी था।




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