डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर (Jalandhar) में सितंबर और अक्टूूूबर में जिन अवैध कालोनियों (Illegal Colonies in Jalandhar) और निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, वे फिर से आबाद होने लगी हैं। करीब डेढ़ महीने पहले इन अवैध कालोनियों और निर्माणों पर डिच चली थी, सीलिंग हुई थी, लेकिन अब इनके सील टूट गए हैं और कालोनियों में फिर से सड़कें बनने लगी हैं।
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जानकारी के मुताबिक डेढ़ महीने पहले जालंधर (Jalandhar) नगर निगम (Municipal Corporation) के कमिश्नर गौतम जैन (Gautam Jain, IAS) के आदेश पर एटीपी (ATP) रहे सुखदेव वशिष्ठ (अब पठानकोट) और उनकी टीम द्वारा करीब 150 अवैध कालोनियों और बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसमें कईयों को सील किया गया था, तो कईयों पर डिच चला कर गिरा दिया गया था।
इन अवैध कालोनी और निर्माण पर हुई थी कार्रवाई
इसमें लद्देवाली रोड पर ग्रीन काउंटी, युनिवर्सिटी रोड पर दो मंजिला कामर्शियल इमारत, लम्मा पिंड चौक के आगे गुलमोहर सिटी एक्सटेंशन की अवैध कोठियां और दुकानें, ओल्ड फगवाड़ा रोड पर अवैध बेसमेंट वाली कामर्शियल इमारत पर कार्रवाई हुई थी।
अब स्थिति यह है कि ग्रीन काउंटी में फिर से अवैध रूप से विला बनना शुरू हो गया। गुलमोहर सिटी एक्सटेंशन में सील की गई दुकानों की सील ही टूट चुकी है। जिन कोठियों पर डिच चली थी, वह कोठियां फिर से बनने लगी है। ओल्ड फगवाड़ा रोड पर एक बदनाम ट्रैवल एजैंट ने तो सरकारी सील ही तोड़ दी। इसके बाद वहां फिर से निर्माण शुरू हो गया।
शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं
हैरानी की बात तो यह है कि इन अवैध निर्माणों के खिलाफ कई शिकायतें नगर निगम कमिश्नर गौतम जैन के साथ साथ सीएम आफिस और स्थानीय निकाय विभाग में लंबित है। बावजूद इसके इन अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बताया जा रहा है कि इंस्पैक्टर और एटीपी का खौफ बिल्डरों में नहीं रह गया है।
सूत्र बता रहे हैं कि इन अवैध कालोनियों और कोठियों व कामर्शियल निर्माण शुरू करवाने की एवज में कुछ लोगों ने मोटी रकम हासिल की है। अब शिकायतकर्ताओं ने इन सभी अवैध कालोनियों और निर्माणों की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय़ में दोबारा करने की तैयारी की है। इस बार इनकी शिकायतें लोकपाल और गर्वनर हाउस में भी की जा सकती हैं।