डेली संवाद, कनाडा। Canada News: कनाडा सरकार (Canadian Government) ने बड़ा फैसला किया है। कनाडा (Canada) में 31 दिसंबर से नया नियम लागू होगा, जिसके तहत कनाडा में स्टडी (Study in Canada), कनाडा का वीजा (Canada Visa), कनाडा में घर (House in Canada), कनाडा में टूरिस्ट वीजा (Tourist Visa in Canada) और कनाडा में पीआर (PR in Canada) को लेकर बड़ा अपडेट होगा। इससे भारतीयों खासकर पंजाबियों को कनाडा में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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कनाडा (Canada) और भारत (India) के बीच तनाव के कारण कनाडा सरकार (Canadian Government) ने यह फैसला लिया है। आपको बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) के मारे जाने के बाद कनाडा और भारत के रिश्तों में खटास आई है। इससे कनाडा ने राजनीतिक शरण देने की नीति बंद करने का ऐलान किया है।
29 नवंबर से कोई नया आवेदन स्वीकार नहीं
कनाडा की सरकार (Canadian Government) ने कहा है कि 29 नवंबर से कोई नया आवेदन स्वीकार नहीं किया जा रहा है। जिन लोगों को शरण दी जाएगी उनके आवेदनों की सख्ती से जांच की जाएगी। कनाडा ने यह कदम भारत की कूटनीतिक दबाव के बाद उठाया है। आपको बता दें कि भारत लगातार कनाडा पर अलगाववादी तत्वों पर काबू पाने का दबाव बना रहा है।
कनाडा सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर पंजाब पर पड़ेगा क्योंकि कनाडा में राजनीतिक शरण लेने वालों में सबसे ज्यादा संख्या पंजाब से है। जिससे पंजाब के लोगों को आने वाले दिनों में कनाडा में राजनीतिक शरण नहीं मिलेगी। पंजाब के लोगों को बड़ा झटका लगने वाला है।
31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगा नियम
कनाडा सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि 29 नवंबर से, डिपार्टमेंट ऑफ इमीग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटीजनशिप (IRCC) प्राइवेट स्पॉन्सरशिप ऑफ रिफ्यूजीज (PR) कार्यक्रम में अधिकतम पांच लोगों के समूहों को प्रवेश की अनुमति देगा ताकि आने वाले शरणार्थियों को यकीनी बनाया जा सके।
विदेश और कनाडा में स्पॉन्सर के लिए और अस्थायी तौर पर कम्युनिटी स्पॉन्सर से नए आवेदन स्वीकार करना बंद कर दिया गया है। यह नियम 31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगा। नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया है कि केवल 29 नवंबर से पहले प्राप्त आवेदनों पर ही कनाडा में निपटान के लिए विचार किया जाएगा।
23,000 शरणार्थियों को फिर से बसाएगा
कनाडा 2025 में 23,000 शरणार्थियों को फिर से बसाएगा, लेकिन पहले इस पर कड़ी नजर रखी जाएगी। कनाडा में शरण चाहने वालों की संख्या अगस्त में 13,000 थी, जो सितंबर में बढ़कर 14,000 हो गई। कनाडा के इस कदम से वहां शरण लेने वाले पंजाब के युवाओं पर असर पड़ेगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले इस साल 30 से 40 हजार से ज्यादा छात्र और पर्यटक वीजा पर जाने वाले लोग किसी न किसी बहाने से कनाडा में राजनीतिक शरण लेने में जुटे हैं। राजनीतिक शरण का उद्देश्य किसी भी तरह कनाडा में बसना है। पंजाब से हर साल करीब पौने दो लाख छात्र स्टडी वीजा पर कनाडा जाते हैं।
झूठे आवेदन दाखिल करने से बचे
कनाडा के इमीग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि ऐसे छात्र बड़ी संख्या में कनाडा आते हैं और तुरंत राजनीतिक शरण मांगते हैं। मिलर ने ‘झूठे शरण आवेदनों’ में भारी वृद्धि के लिए इमीग्रेशन सलाहकारों की अनैतिक सलाह को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि ज्यादातर शरण के लिए कोई जायज कारण नहीं होता।
दरअसल, ट्यूशन फीस न भरने के पीछे वित्तीय संकट जैसे कारण सामने आए हैं। IRCC को उन लाइसेंस प्राप्त सलाहकारों की जांच करनी चाहिए जो ‘शरणार्थी दावों’ के साथ आगे बढ़ने के बारे में अनुचित सलाह देते हैं।