डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: Mayor of Jalandhar: जालंधर नगर निगम (Municipal Corporation Jalandhar) में मेयर बनाने के लिए बहुमत जुटाने में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) में मेयर पद को लेकर जबरदस्त घमासान चल रहा है। जालंधर नार्थ हलके से मेयर (Mayor) बनाने के लिए जबरदस्त लाबिंग हो रही है। AAP नेत्री राजविंदर कौर थियड़ा अपने खासमखास व वार्ड-80 से कौंसलर बने अश्वनी अग्रवाल को जालंधर का मेयर बनाना चाहती हैं, जिससे चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली में लाबिंग हो रही है।
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उधर, जालंधर (Jalandhar) नार्थ से ही युवाओं की पसंद AAP नेता दिनेश ढल्ल के भाई अमित ढल्ल भी मेयर पद की रेस में हैं। कई बार दिनेश ढल्ल कौंसलर रहे हैं, अमित ढल्ल भी कौंसलर रहे हैं और अब फिर से कौंसलर चुने गए हैं। चूंकि दिनेश ढल्ल विधानसभा चुनाव हार गए थे, इसलिए अब वे अपने भाई अमित ढल्ल को मेयर बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे। अमित ढल्ल वार्ड-24 से कौंसलर चुने गए हैं।
विनीत धीर हैं AAP के पक्के सिपाही
इसके साथ ही जालंधर वेस्ट में वार्ड-62 से कौंसलर चुने गए विनीत धीर भी मेयर पद की रेस में है। इनके लिए कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत समेत आम आदमी पार्टी की एक लाबी दिल्ली में जोड़तोड़ में जुट गई है। वहीं, वार्ड-56 से कौंसलर चुने गए मुकेश सेठी भी मेयर के पद के लिए दावेदार हैं। उनके लिए एक विधायक समेत पार्टी के बड़े नेता लाबिंग में जुटे हैं।
अब बात करें वार्ड-80 से कौंसलर चुने गए अश्वनी अग्रवाल की तो वे राजविंदर कौर थियड़ा के बेहद करीबी माने जाते हैं। राजविंदर कौर थियड़ा ने वरिष्ठ नेता मंगल सिंह को लोकसभा इंचार्ज के पद से हटाकर अश्वनी अग्रवाल को लोकसभा का प्रभारी बनवाया था। थियड़ा की कृ़पा से अश्वनी अग्रवाल को वार्ड-80 से टिकट मिली और वो जीत गए।
राजविंदर की दिल्ली तक धमक
चूंकि राजविंदर कौर थिय़डा दिल्ली के बड़े नेताओं के सीधे संपर्क में रहती हैं, इसलिए कहीं न कहीं अश्वनी अग्रवाल का मेयर पद पर प्रबल दावेदारी मानी जा रही है। चर्चा यह है कि अब इस पूरे खेल में धनबल का प्रयोग भी होगा। क्योंकि AAP को जनता ने बहुमत नहीं दिया है। इसलिए विपक्ष और आजाद पार्षदों को चारा डालने का काम शुरु हो गया है। दो पार्षदों को तोड़कर AAP में भी लाया जा चुका है।
अगर धनबल की बात करें तो अश्वनी अग्रवाल सभी दावेदारों से आगे हैं। वहीं विनीत धीर भी धनबल में पीछे नहीं रहने वाले हैं। लोग बताते हैं कि मेयर पद के लिए असली लड़ाई अश्वनी अग्रवाल और विनीत धीर के बीच है। हालांकि दिनेश ढल्ल के भाई अमित ढल्ल और मुकेश सेठी भी धनबल में पीछे नहीं रहने वाले हैं। अब देखना है कि AAP किस तरह से बहुमत जुटाकर किसे मेयर बनाने वाली है?