डेली संवाद, जालंधर/अमृतसर/लुधियाना। GST Bogus Billing Scam: पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा की लाख कोशिशों के बावजूद जालंधर, अमृतसर, लुधियाना और मंडी गोबिन्दगढ़ में रोजाना लाखों रुपए की टैक्स चोरी जारी है। फर्जी कंपनियों की आड़ में रोज लाखों रुपए की जीएसटी चोरी हो रही है। अकेले जालंधर में रोड लाखों रुपए की बोगस बिलिंग के जरिए टैक्स चोरी की जा रही है।
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जालंधर (Jalandhar), लुधियाना और अमृतसर के साथ साथ मंडी गोबिंदगढ़ में हो रही टैक्स चोरी को रोकने के लिए एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के मोबाइल विंग ने अभियान छेड़ा है। जिससे टैक्स माफिया पर धुरंधर कार्रवाई करते हुए 7 ट्रक काबू किए हैं। इसमें 3 ट्रक ऐसे भी शामिल हैं, जिन्हें पंजाब से हिमाचल जाते हुए काबू किया था, जिन पर 22.30 लाख रुपया जुर्माना हुआ है।
26.84 लाख रुपए जुर्माना वसूल किया
मोबाइल विंग द्वारा बरामद किए गए बाकी अन्य इन वाहनों पर लदान किए गए अन्य सामान पर कुल 26.84 लाख रुपए जुर्माना वसूल किया गया है। आपको बता दें कि मोबाइल विंग द्वारा एक ही गंतव्य पर कूच करने वाले वाहनों पर इतना बड़ा जुर्माना करने के बाद टैक्स माफिया में घबराहट की स्थिति पैदा हो चुकी है।
असिस्टैंट कमिश्नर अमृतसर रेंज महेश गुप्ता ने कहा कि मोबाइल विंग का टैक्स चोरी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। पिछले लंबे समय से इस प्रकार के वाहन आम तौर पर पंजाब की इस्पात नगरी गोविंदगढ़ की तरफ जाते रहे हैं, जहां पर सभी प्रकार के स्क्रैप की भारी खपत है।
टांडा क्षेत्र से हिमाचल भेजने की योजना
मोबाइल विंग के असिस्टेंट कमिश्नर अमृतसर बॉर्डर रेंज महेश गुप्ता को इनपुट था कि एक ‘लैड’ मेट्रीरियल से लदे हुए ट्रक हिमाचल के इंडस्ट्रियल एरिया बद्दी में जाने की तैयारी में हैं। सूचना यह भी थी कि इनमें कीमती होता है और इसका प्रयोग बैटरियों के लिए किया जाता है।
उधर, माल कैरी करने वाले लोगों को पता चल गया कि मोबाइल विंग को इसकी सूचना मिल चुकी है तो उन्होंने भी वाहन को निश्चित समय पर रवाना करने से फिलहाल रोक लिया था, लेकिन मोबाइल टीमों ने भी अपना घेरा तंग कर दिया। पता चला है कि इस ट्रक को जिला होशियारपुर के अंतर्गत आते टांडा क्षेत्र से हिमाचल भेजने की योजना थी।
ट्रक को जालंधर के इर्द-गिर्द ही घेर लिया
मोबाइल टीम द्वारा वाहन की घेराबंदी में ट्रक को जालंधर के इर्द-गिर्द ही घेर लिया गया। उधर सूचना यह भी थी कि 2 ट्रक और हैं। टैक्स चोरी करने के लिए वाहन जब 4-5 किलोमीटर दूरी पर होता, तभी आगे से योजना के मुताबिक ई.टी.ओ. पंडित रमन कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम, जिसमें इंस्पैक्टर दिनेश कुमार व सुरक्षा के जवान शामिल थे, ने अलग-अलग घेराबंदी में तीनों ट्रकों को एक-एक करके काबू लिया। तीनों की अलग-अलग जांच में पता चला कि इन ‘लैड’ से भरे ट्रकों को हिमाचल में भेजा जा रहा था।
मोबाइल विंग ने ट्रक की तलाशी ली तो वहां लैड मेटल का स्क्रैप मिला, जो बैटरी बनाने के काम आता है। यह मटीरियल इतना भारी था कि ट्रक के पीछे सिल्लियों की शेप में पड़ा था, जो आकार में छोटी और वजन में अधिक होती हैं। वहीं पर नापतोल में इसके सही वजन का पता चला कि यह माल कितने टन है। मोबाइल टीम द्वारा दस्तावेज मांगे जाने पर वाहन चालक उपयुक्त दस्तावेज पेश नहीं कर सके। वैल्यूएशन के उपरांत उपरोक्त तीनों वाहनों पर 22.30 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया।
लोहा स्क्रैप के ट्रक पर 1.04 लाख जुर्माना
ई.टी.ओ. पंडित रमन शर्मा टीम ने कार्रवाई करते हुए एक ट्रक को जालंधर की तरफ जाते हुए रास्ते में अमृतसर बाईपास पर घेरा डाला। वाहन पर लदे हुए माल और दस्तावेजों का मिलान किया तो इसमें टैक्स चोरी का मामला निकला। मोबाइल विंग द्वारा वैल्यूएशन और टैक्स के मिलान के उपरांत स्क्रैप के ट्रक पर 1.04 लाख रुपए जुर्माना वसूला।
एल्युमिनियम स्क्रैप के भरे वाहन पर 1.85 लाख
चैकिंग के दौरान मोबाइल विंग टीम को एल्युमिनियम स्क्रैप से लदा हुआ वाहन मिला, जो अमृतसर से जालंधर की तरफ जा रहा था। ई.टी.ओ. पंडित शर्मा के नेतृत्व में इसी टीम ने जीटी रोड पर ट्रक को रोक लिया। दस्तावेज चैक करने पर इस पर उपयुक्त बिल नहीं पेश किए गए तो विंग ने इस वाहन पर 1.85 लाख रुपए टैक्स वसूल किया।
राइस ब्रान के 2 ट्रकों पर 1.65 लाख जुर्माना
मोबाइल विंग की कार्रवाई के दौरान जालंधर से मिली सूचना के आधार पर ट्रक को रोक लिया। जांच में पता चला कि इसमें राइस ब्रान लगा हुआ है। इसी दौरान दूसरे ट्रक की भी सूचना मिली और घेरा गया। वाहन चालकों द्वारा उपयुक्त दस्तावेज न पेश के कारण मोबाइल विंग विभाग द्वारा इस पर 1.65 लाख रुपए टैक्स वसूला गया।
तांबा स्क्रैप के काला, बाजारियों पर पैनी नजर
लंबे समय से मोबाइल टीम ने लोहा स्क्रैप के ट्रकों पर अधिक निगरानी रखती है, लेकिन सूत्रों से इनपुट मिल रहा है कि अब तांब स्क्रैप का कारोबारी भी सरगर्म हो गया है और हाई-लेवल पर काम शुरू हो रहा है। इसमें बहुत बड़ी टैक्स चोरी की जा रही है।
हालांकि महीनों में मोबाइल विंग ने एक विशेष मुखबर की इतलाह पर इनके माल जब्त करके जुर्माने भी डाले हैं, लेकिन अधिक कीमत (यानि 700 रुपए किलो) व अधिक मुनाफा होने के कारण इसका काम करने वाले जुर्मानों की परवाह नहीं करते। छोटे-छोटे वाहनों में ही लाखों की कीमत का कॉपर आ जाता है।
पता चला है कि अब मोबाइल विंग विभाग ने विशेष तौर पर इसकी निगरानी रखी हुई है और दोपहिया वाहनों पर उसके रास्तों की निगरानी की जाएगी। पता चला है कि आने वाले समय में तांबा स्क्रैप का कारोबार करने वालों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।