डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: FIR registered against AAP councilor in Punjab- पंजाब (Punjab) में नगर निगम चुनाव (Municipal Corporation Election) में बहुमत से पीछे रहने वाले आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस (Congress), भाजपा (BJP), अकाली दल और आजाद पार्षदों को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चुनाव में मारपीट और दलबदलुओं के कारण पुलिस एक्शन में आई है। पुलिस ने AAP के पार्षद के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है।
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मामला पंजाब के लुधियाना (Ludhiana) का है। चुनाव के वक्त अकाली पार्षद चतरवीर सिंह उर्फ कमल अरोड़ा पर आम आदमी पार्टी के ही वर्कर ने केस दर्ज कराया था। मंत्री लालजीत भुल्लर ने कमल अरोड़ा को आप में शामिल करवाया था। AAP में शामिल होने के बाद भी कमल अरोड़ा के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
चुनाव जीतने के बाद AAP में शामिल
अकाली दल के प्रत्याशी कमल अरोड़ा ने वार्ड 20 से चुनाव जीता। जहां उन्होंने AAP के उम्मीदवार अंकुर गुलाटी को 415 वोटों से हराया था। इसके बाद 22 दिसंबर को उनके खिलाफ संजय गांधी कॉलोनी में रहने वाले AAP के कार्यकर्ता राकेश कुमार ने किडनैपिंग और मारपीट का केस दर्ज कर दिया। इसके अगले ही दिन 23 दिसंबर को कमल अरोड़ा अकाली दल छोड़ कर AAP में शामिल हो गए।
मारपीट और जोड़तोड़ के पीछे की वजह लुधियाना में मेयर का चुनाव माना जा रहा है। यहां आप को बहुमत के लिए 46 पार्षद चाहिए लेकिन अभी तक उनके पास 43 ही पार्षद हो सके हैं। वहीं अकाली दल ने पार्षद के आप जॉइन करने पर कहा कि अरोड़ा पर दबाव बनाने के लिए ही केस दर्ज कराया गया था। आम आदमी पार्टी भी अब नई वाशिंग मशीन बन गई है, जिसमें जाकर सब बेदाग हो रहे हैं।
पोलिंग बूथ पर हुआ था विवाद
पुलिस को दी शिकायत में राकेश कुमार बताया था कि घटना 21 दिसंबर को नगर निगम चुनाव के दौरान हुई थी। वह सेक्टर-32 में BCM स्कूल के बाहर AAP बूथ पर तैनात थे। तभी कमल अरोड़ा और उनके साथी उनसे भिड़ गए। अरोड़ा ने अपने साथियों को उससे निपटने के लिए कहा।
राकेश कुमार ने बताया कि उन्हें हरविंदर सिंह नाम के व्यक्ति ने गुमराह किया, जिसने उन्हें सुरक्षा के लिए मतदान क्षेत्र छोड़ने के लिए राजी किया। फिर उसका अपहरण कर लिया गया। इसके बाद उसे भामियां रोड पर एक सुनसान इलाके में ले गया, जहां उसके साथ मारपीट की।