डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: आज सतगुरु रविदास धाम, बूटा मंडी में श्री गुरु रविदास जी (Guru Ravidas Maharaj Ji) के 648वें प्रकाश पर्व को समर्पित विशाल शोभा यात्रा में भाग लेते हुए मेयर विनीत धीर ने कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज जी की शिक्षाएं आधुनिक समय में भी पूरी तरह से प्रासंगिक है और उनका पालन करके समानता के आदर्शों पर आधारित समृद्धि, शांति, भाईचारा और सद्भाव से भरे समाज का निर्माण किया जा सकता है।
उन्होंने प्रकाश पर्व को भव्य तरीके से मनाने के लिए नगर निगम की वचनबद्धता दोहराई साथ ही लोगों को प्रकाश उत्सव की बधाई भी दी।

शोभा यात्रा में भाग लेने का अवसर मिला
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार (Punjab Govt) द्वारा 12 फरवरी को प्रकाश पर्व पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जो श्री गुरु रविदास महाराज जी की शिक्षाओं में पंजाब सरकार की अटूट आस्था को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि सतगुरु रविदास महाराज जी की शिक्षाओं पर चलने से ही समाज में समानता का प्रचलन होगा। शौभायात्रा में भाग लेते हुए केबिनेट मंत्री पंजाब मोहिंदर भगत के सुपुत्र अतुल भगत ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली है कि उन्हें इस शुभ दिन पर सतगुरु रविदास धाम के दर्शन करने और शोभा यात्रा में भाग लेने का अवसर मिला।
मंचों पर हाजरी लगवाई
अतुल भगत ने अपने साथियों सहित शहर के विभिन्न सतगुरु रविदास मंदिरों में श्री गुरु रविदास धाम बूटा मंडी,कटड़ा मोहल्ला, चुंगी नं 9 दानिशमंदा, शास्त्री नगर, न्यू शास्त्री नगर, बस्ती गुजां एवं जगह जगह सजाएं स्वागती मंचों पर हाजरी लगवाई।
इस अवसर पर उनके साथ पार्षद मुनीश कारलुपिया, पार्षद पति सुदेश भगत, पार्षद पति ओंमकार राजीव टिक्का, पार्षद पति आयुब दुग्गल, सौरभ सेठ, बिट्टू, पृथ्वी पाल कैले, इशू टांगरी, कुलदीप गगन, चंदन भगत, स्टीवन क्लेर, ने श्रद्धालुओं की तरह शोभा यात्रा में भाग लिया।
मंचों पर सम्मानित किया
अतुल भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा 12 फरवरी को प्रकाश पर्व पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जो श्री गुरु रविदास महाराज जी की शिक्षाओं में पंजाब सरकार की अटूट आस्था को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली है कि उन्हें इस शुभ दिन पर सतगुरु रविदास धाम के दर्शन करने और शोभा यात्रा में भाग लेने का अवसर मिला। इस मौके मेयर विनीत धीर, अतुल भगत एवं अन्य साथियों को मंदिरों तथा सभी स्वागती मंचों पर सम्मानित भी किया गया।


