डेली संवाद, जालंधर/नई दिल्ली। Travel Agents: US India Illegal Immigrants Deportation Update- डंकी रूट (Donkey Route) के जरिए 70 से 80 लाख रुपए लेकर अमेरिका (America) भेजने के मामले में केंद्र सरकार ने सख्ती दिखाई है। पंजाब (Punjab) के ट्रैवल एजेंटों (Travel Agent) को लेकर केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य में सिर्फ 212 ही ऐसे ट्रैवल एजेंट हैं, जिनके पास वैध लाइसेंस है।
केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब (Punjab) के 92 प्रतिशत ट्रैवल एजेंट अवैध रूप से काम कर रहे हैं। सिर्फ 8 प्रतिशत एजेंट ही केंद्रीय गाइड लाइन के अंडर आते हैं। राज्य के 8 जिलों में इमिग्रेशन के दफ्तर खोले बैठे किसी एजेंट के पास लाइसेंस नहीं है।

65 के लाइसेंस की मियाद समाप्त
जानकारी के अनुसार, 212 एजेंटों में से भी करीब 65 के लाइसेंस की मियाद समाप्त हो चुकी है। केंद्र सरकार इनके लाइसेंस भी अपने स्तर पर रद्द कर चुकी है। पंजाब के लगभग प्रत्येक जिले में बड़े स्तर पर अवैध रूप से ट्रैवल एजेंटों का काम चल रहा है। जिससे पंजाब पुलिस के साथ मिलकर ये ट्रैवल एजैंट धोखाधड़ी के खेल को अंजाम दे रहे हैं।
केंद्र सरकार गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है। पंजाब के करीब आठ जिले ऐसे हैं, जिन जिलों का एक भी ट्रैवल एजेंट केंद्र की लिस्ट में पंजीकृत नहीं है। इन जिलों में श्री मुक्तसर साहिब, तरन तारन, फरीदकोट, पठानकोट, फिरोजपुर, मलेरकोटला, फाजिल्का और मानसा शामिल हैं।

2730 फर्जी ट्रैवल एजेंट केंद्र ने लिस्ट आउट किए
बता दें कि, इन जिलों के कुल 2730 फर्जी ट्रैवल एजेंट केंद्र ने लिस्ट आउट किए हैं। जिनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियां कार्रवाई की तैयारी में हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसका दावा किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों की फाइलों के आधार पर भी अलग से कार्रवाई की जाएगी।
जालंधर में सबसे ज्यादा एजैंट
पंजाब में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजैंट जालंधर में हैं। जालंधर के बाद मोहाली और फिर होशियारपुर में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंट पंजीकृत हैं। जालंधर में सबसे ज्यादा कुल 86 लाइसेंस धारक ट्रैवल एजेंट हैं। जिसमें से 16 के लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी है। जिनके लाइसेंसों का नवीनीकरण होने वाला है। साथ ही चार लाइसेंसों का रद्द भी किया गया है।
दूसरे नंबर पर मोहाली में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंटों के पास लाइसेंस हैं। मोहाली के कुल 31 ट्रैवल एजेंट ऐसे हैं, जोकि केंद्र के पास पंजीकृत हैं। उसके बाद होशियारपुर में 22, लुधियाना 20 और अन्य जगहों पर बाकी के लाइसेंस पंजीकृत हैं।

पुलिस ने 8 FIR दर्ज किए, गिरफ्तारी नहीं
फतेहगढ़ साहिब में एक एजेंट (लाइसेंस निलंबित), 2 संगरूर (एक का लाइसेंस रद्द), शहीद भगत सिंह नगर में 3 (एक का लाइसेंस समाप्त), मोगा जिले में 2, (एक का लाइसेंस समाप्त), कपूरथला में केवल 3 और पटियाला में एक पंजीकृत और बठिंडा में दो एजेंट पंजीकृत (दोनों लाइसेंस समाप्त) हैं।
उधर, अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए पंजाब के लोगों के बयान पर अभी तक पंजाब पुलिस ने अलग अलग 8 एफआईआर दर्ज की है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। जिससे केंद्रीय एजैंसियां नाराज हैं और वह अपने स्तर पर कभी भी बड़ी कार्ऱवाई कर सकती है।

डंकी रूट में जालंधर का ट्रैवल एजैंट सरगना
सूत्र बता रहे हैं कि डंकी रूट यानी मानव तस्करी में जालंधर के तीन बड़े एजैंट शामिल हैं। अमृतसर के अजनाला में एजैंट सतनाम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि सतनाम सिंह जालंधर का प्रमुख एजैंट है, जो बस स्टैंड के पास एक इमारत में मानव तस्करी का धंधा करता है।
सूत्र बताते हैं कि मानव तस्करी में पंजाब पुलिस के कुछ करप्ट अफसर और दो रिटायर्ड अफसर पूरा गैंग चलाते हैं। इसके अलावा केंद्र में तैनात कुछ अफसर भी इस गंदे धंधे में शामिल हैं। पंजाब पुलिस के जिन अफसरों पर शक की सुई है, उन्हें सत्ताधारियों का शह प्राप्त है। जिससे इस गंदे धंधे में लिप्त लोग पुलिस से दूर हैं।


