डेली संवाद, जालंधर। Punjab News: पंजाब कांग्रेस के 65 प्रमुख मुश्किल में नजर आ रहे है। दरअसल, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा यूथ कांग्रेस में संगठनात्मक चुनावों की शुरू की गई प्रक्रिया का नतीजा अब पूरी तरह से हाशिये पर आ चुका है। यही कारण है कि कभी राजनीतिक सुर्खियों में रहने वाली यूथ कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है।
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देखने में आया है कि यूथ कांग्रेस (Congress) का चुनाव लड़ने के दौरान धनबल का सहारा लेने वाले नौजवान चुनाव जीतकर घर बैठ गए हैं और ज्यादातर यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अपने पदों को सिर्फ निजी लाभ तक सीमित रखते हुए पार्टी के कार्यक्रमों से पूरी तरह किनारा कर लिया है।
कांग्रेस का संगठन पंजाब में कितना खोखला हो चुका
लेकिन हाशिये पर पहुंच चुकी यूथ कांग्रेस का संगठन पंजाब में कितना खोखला हो चुका है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 20 फरवरी को पंजाब यूथ कांग्रेस द्वारा ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के प्रधान उदय भानु चिब की चंडीगढ़ में हुई पहली प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक में राज्य के 117 विधानसभा क्षेत्रों में से 65 हलका प्रधान, जिनमें 2 विधानसभा हलकों के मीट प्रधान भी शामिल हैं, बैठक में गैरहाजिर रहे।
इनमें कैंट विधानसभा हलके के प्रधान बॉब मल्होत्रा, सेंट्रल विधानसभा हलके के प्रधान शिवम पाठक और उत्तरी विधानसभा हलके के प्रधान दमन कुमार समेत 65 विधानसभा हलकों के प्रधान शामिल थे।
नोटिस जारी
इसी कारण पंजाब यूथ कांग्रेस ने अब एक बार फिर सख्त रुख अपनाते हुए राज्य भर के 65 विधानसभा हलकों के नेताओं को शो-कॉज (कारण बताओ) नोटिस जारी किया है और उनसे गैरहाजिर रहने का जवाब मांगा है। पंजाब यूथ कांग्रेस के इंचार्ज रिशेंदर सिंह महार ने सभी हलका प्रधानों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि प्रत्येक गैरहाजिर प्रधान 24 घंटे के भीतर अपना जवाब दे।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि हलका प्रधान का जवाब संतोषजनक नहीं हुआ, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसके तहत पार्टी का अनुशासन भंग करने वालों को हटाकर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।